राष्ट्रपति शासन लगा केंद्र ने की उत्तराखंड में लोकतंत्र की हत्या: रावत
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले दिन से ही उनकी सरकार की खून की प्यासी थी।
देहरादून। उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले दिन से ही उनकी सरकार की खून की प्यासी थी। उन्होंने इस पूरे मसले को बीजेपी का प्रोपेगेंडा बताते हुए उनकी खरीद-फरोख्त की बात भी की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के जनआकांक्षाओं के खून से मोदी के हाथ रंग गए हैं। यह बात निवर्तमान सीएम हरीश रावन ने आज बीजापुर गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
बागी विधायकों पर किया हमला
अभी तक बागी विधायकों के बारे में खुलकर बोलने से बचते आ रहे रावत ने आज उन पर भी जमकर हमला किया। उन्होंने बकायदा नाम लेकर हरक सिंह रावत और विजय बहुगुणा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह उनका दुर्भाग्य रहा कि उन्हें ऐसे मंत्री के साथ समझौता करना पड़ा जिसकी नजर हमेशा पैसों पर लगी रहती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हरक सिंह रावत को मनमानी करने से रोका।
मिल रही थी पहले से राष्ट्रपति शासन की धमकी
हरीश रावत ने कहा कि जिस तरह के हालात कुछ दिन से चल रहे थे, उन्हें राष्ट्रपति शासन लगने की आशंका हो गई थी। जिस तरह से बीजेपी ने दिल्ली में राष्ट्रीय नेतृत्व में सार्वजनिक तौर पर राज्यपाल को धमकी दी गई, मुझे धमकी दी गई, उससे जा एक बात उजाले की तरह साफ है कि बीजेपी उनकी सरकार की खून की प्यासी थी। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक आधिकारिक तौर पर उन्हें राष्ट्रपति शासन की अधिसूचना नहीं मिली।
अनूठे बजट से बौखला गई थी बीजेपी
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी उनकी सरकार के किए जा रहे कार्यों से बौखला गई है। यह बौखलाहट तब और बढ़ गई जब उनकी सरकार ने पूरे उत्तराखंड के विकास के लिए एक अनूठा बजट जारी किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा प्रोपेगेंडा ब्लास्ट करती रही, मगर हमने लोकता लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया। इसका नजीर हमने अर्द्धकुंभ में शानदार काम कर दिया। केदारनाथ में भी पुनर्निमाण में भी हमने बेहतर काम किया। इस दौरान वे केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अर्द्धकुंभ के लिए कोई बजट नहीं दिया। साथ ही राज्य को मिलने वाले बजट में भी कटौती की।
उधर हरीश रावत ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर भी हमला बोला। कहा कि जेटली ने संसदीय प्रक्रिया की हत्या की है। मुझे 24 घंटे का वक्त भी नहीं दिया गया। मेरी संपत्ति की जांच कर लें साथ ही खुद को गामा पहलवान कहने वाले की संपत्ति की जांच भी की जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वे राज्यपाल से मिलेंगे।
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