कांग्रेस ने बढ़ाई विधायकों की निगरानी
राज्य ब्यूरो, देहरादून राज्य में फ्लोर टेस्ट की बढ़ती संभावनाएं और भाजपा की सक्रियता को देखते हुए
By Edited By: Updated: Wed, 04 May 2016 01:01 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून
राज्य में फ्लोर टेस्ट की बढ़ती संभावनाएं और भाजपा की सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस ने अपने विधायकों को अलर्ट कर दिया है। निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय विधायकों से संपर्क रखे हुए हैं। हालांकि, बीते दिनों की तर्ज पर इस बार विधायकों को सुरक्षित ठिकानों पर रखने की रणनीति पर अभी काम शुरू नहीं किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट को लेकर अपनाए गए रुख ने कांग्रेस की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। पार्टी का मानना है कि फ्लोर टेस्ट में बहुमत उसके पास है, लिहाजा उसकी सरकार बहाल होना तकरीबन तय है। इसके साथ ही पार्टी ने अपने और पीडीएफ के विधायकों पर निगहबानी बढ़ा दी है। सूत्रों की मानें तो निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को दूरभाष पर कई विधायकों से संपर्क साधा। कई विधायक उनके साथ खुद ही संपर्क बनाए हुए हैं। पार्टी के साथ 33 विधायकों का आंकड़ा है। इनमें 27 कांग्रेस और छह पीडीएफ के विधायक हैं। राजनीतिक झंझावात के दौर में पीडीएफ को अपने साथ जोड़े रखने में पार्टी कामयाब रही है। नौ विधायकों की बगावत के बाद बेहद सधी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही कांग्रेस की नजरें भाजपा और उसके रणनीतिकारों पर भी टिकी हैं। पार्टी ने मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की गतिविधियों पर नजर गड़ाए रखी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने आज भी कांग्रेस के कुछ विधायकों से संपर्क साधा। पार्टी को भरोसा है कि अब उसके विधायक नहीं टूट सकते। उन्होंने कहा कि विधायक राजनीतिक शुचिता और ईमानदारी के प्रतीक बन गए हैं। पार्टी को उन पर पूरा भरोसा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। इसे देखकर भाजपा के नेता सक्रिय हो गए हैं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिलने वाली। उन्होंने कहा कि पार्टी की अपने विधायकों को सुरक्षित ठिकानों पर रखने की योजना नहीं है।
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