कारगिल युद्ध में देवभूमि के 75 जांबाजों ने न्योछावर किए थे प्राण
कारगिल युद्ध में भी देवभूमि के 75 रणबांकुरों ने देश रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी। इस युद्ध में पहाड़ के बेटों ने सेना के 37 महत्वपूर्ण बहादुरी पुरस्कार हासिल किए।
देहरादून, [जेएनएन]: देश पर कुर्बान होने वालों में उत्तराखंडी वीरों का कोई सानी नहीं है। आजादी के बाद से अब तक हुए कुल 11 युद्धों में उत्तराखंड के डेढ़ हजार से अधिक जांबाजों ने शहादत देकर अपनी देशभक्ति का सबूत पेश किया है।
युद्धों में वीरता प्रदर्शित करने पर मिलने वाले मेडलों की सूची यह बताती है कि यहां के सैनिकों ने न सिर्फ युद्ध लड़े, बल्कि युद्ध कौशल में भी अपना लोहा मनवाया। कारगिल युद्ध में भी देवभूमि के 75 रणबांकुरों ने देश रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दी। इस युद्ध में पहाड़ के बेटों ने सेना के 37 महत्वपूर्ण बहादुरी पुरस्कार हासिल किए।
पढ़ें-इन ग्रामीणों के जज्बे को सलाम, जब तंत्र ने नहीं सुनी तो खुद तैयार कर दिया पुल
उत्तराखंड के रणबांकुरों की वीरता के उदाहरण 1947 में कश्मीर में घुसे कबाइलों के आक्रमण, भारत-पाक व भारत-चीन युद्ध और आपरेशन ब्लू स्टार से लेकर कारगिल फतह के इतिहास में दर्ज हैं।
इन्होंने कभी आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में मोर्चा संभाला तो कभी श्रीलंका में हालात काबू करने में मदद की। राज्य की जनसंख्या के करीब 15 फीसद पूर्व सैनिक हैं। जबकि, 60 हजार से अधिक जवान आज भी देश की सीमाओं की निगेहबानी कर रहे हैं।
पढ़ें-इन महिलाओं के जज्बे को सलाम, उठाया फावड़ा और बना दी नहर
रक्षा विशेषज्ञ बताते हैं कि युद्ध लड़ने में ही नहीं, बल्कि युद्ध की रणनीति तय करने और फतह दिलाने में भी इनका योगदान रहा है। आजादी के बाद से अब तक सूबे में कई माताओं की गोद सूनी हुई, कई घर उजड़े और कइयों ने अपने पति खोए। लेकिन न तो देशभक्ति का जज्बा कम हुआ, न दुश्मन को उखाड़ फेंकने का दम ही।
पढ़ें- पहले युद्ध में दिखाई दिलेरी, अब खेल में बिखेर रहे जलवा
कारगिल के वीर
महावीर चक्र--मेजर विवेक गुप्ता, मेजर राजेश अधिकारी।
वीर चक्र---कश्मीर सिंह, बृजमोहन सिंह, अनुसूया प्रसाद, कुलदीप सिंह, एके सिन्हा, खुशीमन गुरुंग, शशिभूषण घिल्डियाल, रूपेश प्रधान व राजेश शाह।
पढ़ें-शौर्य दिवसः 'छल' की जमीन पर 'शहादत' का सम्मान
सेना मेडल---तम बहादुर क्षेत्री, हरि बहादुर, मोहन सिंह, नरपाल सिंह, देवेंद्र प्रसाद, जगत सिंह, सुरमान सिंह, डबल सिंह, चंदन सिंह, मोहन सिंह, किशन सिंह, शिव सिंह, सुरेंद्र सिंह व संजय बरशिलिया।
कागरिल युद्ध के दौरान जीत के जश्न की दुर्लभ तस्वीरें...
मेंशन इन डिस्पैच--राम सिंह, हरि सिंह थापा, देवेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, मान सिंह, मंगत सिंह, बलवंत सिंह, अमित डबराल, प्रवीण कश्यप, अर्जुन सेन, अनिल कुमार।
पढ़ें- प्रशासन ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने खुद ही कर दी नहर की मरम्मत