अटल बिहारी वाजपेयी के बाल सखा भैरंट बाबा का देहावसान
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के बाल सखा और बद्रीनाथ मार्ग स्थित ब्रह्मपुरी में आश्रम का संचालन करने वाले 88 वर्षीय संत भैरंट बाबा का आज सुबह 5:00 बजे देहावसान हो गया।
ऋषिकेश (देहरादून)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाल सखा और बद्रीनाथ मार्ग पर ब्रह्मपुरी के समीप गोपाल कुटी आश्रम के पीठाधीश संत भैरंट बाबा का आज सुबह पांच बजे देहावसान हो गया। आज अखंड पाठ व धार्मिक क्रियाओं के पश्चात शाम को ब्रह्मपुरी में ही गंगा तट पर उनका दाह संस्कार किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में साधू-संत, महात्मा व उनके अनुयायियों ने अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
88 वर्षीय भैरंट बाबा करीब बीस दिन पूर्व ही हनुमान जयंति से पहले एकादशी तिथि पर अपना शरीर छोडऩे की भविष्यवाणी कर चुके थे। आज सुबह चार बजे वह आश्रम में ही बनी ग्यारह मुखी हनुमान मंदिर में समाधि लगाकर बैठ गए थे और यहीं पर महासमाधि में लीन हो गए।
ग्राम परसोटा तहसील जौराअलापुर, जिला मुरैना मध्यप्रदेश के एक संपन्न किसान परिवार में जन्मे कन्हैया लाल ने 16 जून वर्ष 1973 में अयोध्या के प्रख्यात संत रामरट बाबा से गुरुदीक्षा हासिल कर वैराग्य धारण किया था। इसके बाद वह स्वामी कन्हैया दास बन गए थे।
इसके बाद उनकी सटीक भविष्यवाणियों के सिद्ध होने से वह 'भैरंट बाबा' के नाम से प्रसिद्ध होने लगे। आश्रम में भैरंट बाबा के गुरु स्वामी ईश्वर दास महाराज ने बताया कि वह बीस दिन पूर्व में ही एकादशी तिथि पर अपना शरीर त्यागने की भविष्यवाणी कर चुके थे। इसके लिए उन्होंने पहले ही अंतिम क्रिया व षोडशी के इंतजाम भी कर दिए थे।
भैरंट बाबा के करीबी शिष्य रमेश उनियाल ने बताया कि भैरंट बाबा पूर्व प्रधानमंत्री अलट बिहारी बाजपेयी के बाल सखा थे। बचपन में ग्वालियर के निकट संचालित एक स्कूल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के साथ ही उन्होंने प्राथमिक शिक्षा हासिल की थी।
सन्यास धारण करने के बाद भी उनका अटल बिहारी बाजपेयी से मिलना-जुलना लगा रहता था। इतना ही नहीं पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, डा. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, लाल जी टंडन, पूर्व राज्यपाल मोतीलाल बोहरा, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सुंदर लाल पटवा आदि उनके शिष्यों की सूचि में सुमार रहे हैं।
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