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स्कूलों में दोबारा नियुक्ति की मांग कर रहे अतिथि शिक्षकों पर लाठीचार्ज, 29 घायल

माध्यमिक स्कूलों में दोबारा नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को सचिवालय कूच किया। अतिथि शिक्षकों को रोकने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं।

By sunil negiEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2016 05:01 PM (IST)
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देहरादून, [जेएनएन]: माध्यमिक स्कूलों में दोबारा नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को सचिवालय कूच किया। सचिवालय से पहले बैरिकेड पर रोके जाने के दौरान अतिथि शिक्षकों और पुलिस के बीच तीखी नोक-झोक हुई। बैरिकेडिंग पार करने की कोशिश करते अतिथि शिक्षकों को रोकने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। इसमें करीब दो दर्जन शिक्षक घायल हो गए। उधर, सीएम के साथ वार्ता नहीं होने के बाद अतिथि शिक्षक बैरिकेड पर ही डटे हैं और रविवार से क्रमिक अनशन शुरू करने का फैसला किया।

शनिवार को सैकड़ों की संख्या में दून पहुंचे अतिथि शिक्षकों ने धरनास्थल से रैली के रूप में सचिवालय कूच किया। संख्या में ज्यादा होने के कारण पुलिस ने कनक चौक के पास रोकने के बजाय उन्हें सचिवालय से थोड़ा पहले सुभाष रोड पर बैरिकेड लगातार रोका। यहां उन्होंने बैरिकेड पार करने की कोशिश की। इसको लेकर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की तीखी नोक-झोक हुई। प्रर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। लाठियां चलने पर शिक्षक पीछे की और दौड़े। इस दौरान लाठीचार्ज और गिरने के कारण कई शिक्षक घायल हो गए। अतिथि शिक्षकों का आरोप है कि पुलिस ने महिला शिक्षकों पर भी लाठियां चलाई। कई शिक्षकों के सिर पर लाठियां मारने का भी आरोप है।

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अतिथि शिक्षकों ने लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि मांगों का समाधान करने के बदले सरकार शिक्षकों पर लाठियां बरसा रही है। संघ के अध्यक्ष विवेक यादव ने कहा कि राष्ट्रपति शासन के दौरान सीएम हरीश रावत ने उन्हें मागों पर विचार किए जाने और शिक्षकों की नियु़क्ति का भरोसा दिया था। इसके बाद कोर्ट में सरकार ने ठोस पैरवी नहीं की। इसके चलते अतिथि शिक्षकों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीति के विरोध में अतिथि शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं।

उन्होंने बताया कि इस दौरान अजब सिंह चौहान, परमानंद जोशी, प्रकाश ममगाईं, नरेंद्र, मोहन ठाकुर, दुर्गा गुनसोला, कविता शर्मा, अमृता नौटियाल, कुबेर सेमवाल, संदीप पंत, भुवन ठाकुर, दिनेश, मनोज, अनिल सिंह, धमेंद्र, प्रवीण भट्ट, रोहित सजवाण घायल हुए। उन्हें दून व कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से कुछ लोगों को उपचार के बाद छुïट्टी दे दी गई। कूच में हरीश आर्य, दौलत जगूड़ी, महावीर चौहान, प्रवीण रणाकोटी, विपिन सकलानी, प्रवीण ठाकुर, राकेश लाल, पूर्णिमा देवी, मंजू कुमारी, पूजा देवी, सावित्री देवी, उमा देवी आदि शामिल थे।

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मुन्ना चौहान ने दिया समर्थन
कूच से पूर्व धरनास्थल पहुंचे भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना ङ्क्षसह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं दे रहे शिक्षकों को एकाएक बाहर किया जाना गलत है। उन्हें शीघ्र ही नियुक्ति मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार अपने वादों और घोषणाओं को पूरा करने में सक्षम नहीं है। यही कारण है कि तमाम युवा आंदोलन को बाध्य हैं।

सीएम से मिला प्रतिनिधिमंडल
शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आंदोलनरत अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की गई थी। उन्होंने कहा कि गेस्ट टीचरों के मामले में उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने गेस्ट टीचरों से आंदोलन समाप्त करने की अपेक्षा भी की। बैठक में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव रणवीर सिंह, सचिव भूपिंदर कौर औलख, अमित नेगी व विनोद शर्मा समेत शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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