पद्मावती फिल्म देखने के बाद निर्णय लेंगे सीएम त्रिवेंद्र
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि वह पहले पद्मावती फिल्म को देखेंगे, फिर उस पर कोई निर्णय लेंगेॅॅ। कहा कि जरूरत पढ़ने पर सरकार एनजीटी से छूट मांगने का अनुरोध करेगी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: देश के विभिन्न हिस्सों में फिल्म पद्मावती को रिलीज करने के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि वह पहले फिल्म को देखेंगे, फिर उस पर कोई निर्णय लेंगे। उन्होंने यह जवाब उस सवाल पर दिया, जिसमें पूछा गया था कि फिल्म को लेकर सरकार क्या कदम उठा रही है।
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जरूरत पड़ने पर एनजीटी से छूट मांगने का अनुरोध करेगी। सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण में एनजीटी का मसला पिछली सरकार का है। पिछली सरकार में बिना एनजीटी की अनुमति के निर्माण हुए हैं। अब इन चीजों का परीक्षण कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना चलाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्यवाही के संबंध में उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के नतीजों के हिसाब से ही कंपनी पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार अपने स्तर से इस योजना को आगे चला रही है।
हालांकि, मुख्यमंत्री इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के लिए सभी की राय जानने के बयान के संबंध में पूछे गए सवाल पर कन्नी काट गए। उन्होंने कहा कि यह बात उन्होंने भी अखबारों में पढ़ी है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत की ओर से तीन मंत्रियों पर लगाए गए आरोपों पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि हरीश रावत की निगरानी को भी सीसी कैमरे लगाने पड़ेंगे। जो बात सामने आ रही है, वह उन्होंने कही भी या नहीं, यह देखना पड़ेगा। उनकी निगरानी पर एक ड्रोन भी लगाना पड़ेगा।
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