जाना था सिंगापुर, पहुंच गए चीन और बन गए बंधुआ मजदूर
टिहरी गढ़वाल के दो युवकों को सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर चीन भेज दिया गया। इतना ही नहीं वहां पहुंचकर उन्हें बंधुआ मजदूर बना दिया गया।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के दो युवकों को सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर चीन भेज दिया गया। इतना ही नहीं वहां पहुंचकर उन्हें बंधुआ मजदूर बना दिया गया। जानिए, फिर क्या हुआ।
टिहरी गढ़वाल के हिसयारीखाल के ग्राम डांग पटिया निवासी अनूप सिंह ने एसएसपी सदनांद दाते को बताया कि दिसंबर 2014 में वह अपने दोस्त विकास सिंह निवासी कीर्तिनगर के साथ देहरादून आए थे। यहां डीएवी पीजी कॉलेज में दो व्यक्ति मिले।
पढ़ें: बच्चों के कष्ट दूर करने को बीच सड़क पर महिला कर गई ऐसा कि लुटा बैठी...
दोनों ने बताया कि उनके पिता की प्लेसमेंट एजेंसी है, जो विदेश में नौकरी दिलाती है। कनाडा में नौकरी दिलाने के लिए पहले डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लिए, लेकिन बाद में बताया कि वहां वैकेंसी खत्म हो गई है। इसके बाद उन्होंने सिंगापुर भेजने की बात कही, लेकिन एक साल पहले जब उन्होंने दिल्ली से फ्लाइट पकड़ी तो पता चला कि उन्हें चीन भेजा जा रहा है।
पढ़ें:-भिखारी बनकर आई तीन महिलाएं, तरस खाने वाली के साथ कर गई ऐसा
इसके लिए दोनों से आठ लाख रुपये लिए गए थे। अनूप व विकास ने बताया कि करीब एक साल तक वहां बंधुआ मजदूर के रूप में काम करने के बाद पिछले दिनों वापस लौटे हैं। एसएसपी ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।