डॉक्टरों ने घोड़े शक्तिमान का जख्मी पांव घुटने के पास से काटा
चार रोज पहले भाजपा के विधानसभा कूच के दौरान घायल पुलिस के घोड़े शक्तिमान को आखिरकार अपनी एक टांग गंवानी पड़ी। वीरवार रात भूटान और मुंबई से आए डाक्टरों के दल ने संक्रमण फैलने के चलते शक्तिमान का जख्मी पिछला पांव घुटने के पास से काट दिया।
देहरादून। चार रोज पहले भाजपा के विधानसभा कूच के दौरान घायल पुलिस के घोड़े शक्तिमान को आखिरकार अपनी एक टांग गंवानी पड़ी। वीरवार रात भूटान और मुंबई से आए डाक्टरों के दल ने संक्रमण फैलने के चलते शक्तिमान का जख्मी पिछला पांव घुटने के पास से काट दिया। अब उसके लिए कृत्रिम पांव तैयार किया जा रहा है। लेकिन विशेषज्ञ डाक्टरों के मुताबिक यह कहना मुश्किल है कि चार कुंतल वजनी शक्तिमान कृत्रिम पांव पर कितना वक्त चल पाएगा। घायल शक्तिमान बुधवार रात मशीन से उठाते वक्त गिर गया था, उसके बाद वह दर्द से कराह रहा है।
एसएसपी डॉ. सदानंद दाते ने बताया कि शक्तिमान के इलाज के लिए भूटान में रेस्क्यू सेंटर चलाने वाली अमेरिका मूल की विख्यात पशु चिकित्सक जेनी मेरी वॉन के साथ ही मुंबई से दो विशेषज्ञ डाक्टर वीरवार देर शाम देहरादून पहुंचे। शक्तिमान की स्थिति को देखते हुए विशेषज्ञों ने उसका जख्मी पैर काटने का फैसला किया। बताया कि इस पैर में घुटने से नीचे रक्त संचार बंद हो गया है।
मुंबई से आए विशेषज्ञ डाक्टर फिरोज कंबाटा ने स्विटजरलैंड संपर्क पर वहां एक अन्य विशेषज्ञ से मशविरा के बाद पूरी टीम के साथ शक्तिमान का पैर काटने के लिए आपरेशन शुरू किया, जो पौन घंटे चला। आपरेशन सफल रहा। फिलहाल शक्तिमान के लिए एडजेस्टेबल स्टैंड तैयार किया गया है। साथ ही कृत्रिम पांव भी बनवाया जा रहा है।
टीम लीडर डा. कंबाटा ने पुलिस को बताया कि उन्होंने भूटान और नेपाल में इस तरह के आठ आपरेशन किए, लेकिन ये सभी घोड़े लगभग दो कुंतल वजन के थे। शक्तिमान का वजन चार कुंतल है, ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि वह कृत्रिम टांग पर कितने दिनों तक और कितना चल पाएगा। फिलहाल शक्तिमान की हालत नाजुक बनी हुई है।
मशीन से उठाते वक्त गिर गया था
बुधवार रात शक्तिमान को स्लिंग मशीन के जरिये खड़ा करने के प्रयास किए जा रहे थे। इस कवायद में शक्तिमान मशीन पर लगा कपड़ा फटने से गिर गया। छटपटाहट में उसके पैर की पट्टियां खुल गईं और वह दर्द से कराहने लगा। इस पर चिकित्सकों ने उसे नींद का इंजेक्शन दिया, तब कहीं जाकर वह सुबह छह बजे तक सो पाया। हादसे के बाद से शक्तिमान डाक्टरों की निगरानी में है। यही नहीं, 30 पुलिस कर्मी भी हर वक्त उसकी देखरेख में जुटे हैं।
विधायक की लाठी से नहीं टूटी टांग
पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग भाजपा विधायक गणेश जोशी की लाठी लगने से नहीं टूटी। विधायक ने लाठी चलाई तो शक्तिमान हड़बड़ाकर पीछे की तरफ हटा। तभी राइडर भी उस पर नियंत्रण खो बैठा। इसी दरम्यान एक व्यक्ति ने उसकी लगाम भी खींच दी थी। नतीजतन शक्तिमान पीछे की तरफ गिर गया और उसका एक पैर सड़क के किनारे खड़े लोहे के एक गाडर में फंस गया। हालांकि शक्तिमान के घायल होने के संबंध में जो मुकदमा दर्ज है उसमें भाजपा विधायक गणेश जोशी से लाठी से उसका पैर टूटने का आरोप है। इस बारे में विधायक गणेश जोशी का कहना मैंने घोड़े को लाठी नहीं मारी, उसे केवल पीछे तरफ हटाने के लिए लाठी हांकी थी।
विधायक पहुंचे घोड़े को देखने
गुरुवार सुबह भाजपा विधायक गणेश जोशी और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल कार्यकर्ताओं के साथ घायल शक्तिमान को देखने पुलिस लाइन पहुंचे। उन्होंने घोड़े के इलाज के लिए पुलिस के सामने सहयोग का प्रस्ताव भी रखा।
पढ़ें:-घोड़े की टांग टूटने के मामले में पुलिस कार्रवाई शुरू, हल्द्वानी से भाजयुमो नेता गिरफ्तार