उत्तराखंड: रावत मंत्रिमंडल का विस्तार, नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी बने मंत्री
रावत मंत्रिमंडल का आज विस्तार किया गया। राज्यपाल डॉ केके पॉल ने नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत और कई मंत्री मौजूद रहे।
By sunil negiEdited By: Updated: Thu, 28 Jul 2016 03:37 PM (IST)
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: लंबी जिद्दोजहद के बाद मंत्रिमंडल की रिक्त दो सीटों पर ताजपोशी कर दी गई। विकासनगर विधायक नवप्रभात और बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी मंत्री आज सुबह राजभवन में पद की शपथ दिलाई गई। समझा जा रहा है कि नवप्रभात और भंडारी को मंत्री पद थमाकर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस में बगावत के बाद गढ़वाल मंडल में गड़बड़ाए सियासी संतुलन को साधने की कोशिश की है।
मंत्रिमंडल की रिक्त दो सीटें भरने को लेकर लंबे अरसे से बना हुआ ऊहापोह दूर हो गया है। बीते रोज मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर दोनों मंत्री पद को लेकर विचार-विमर्श किया था। कांग्रेस अध्यक्ष की अनुमति मिलने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत मंत्रिमंडल की रिक्त दोनों सीटें भरना तय किया। मुख्यमंत्री के दिल्ली से देहरादून लौटने पर बुधवार को शासन स्तर पर गुपचुप तरीके से मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू कर दी गई थी।
PICS: रावत मंत्रिमंडल का विस्तार, नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी बने मंत्रीसुबह शासन स्तर से राजभवन में मौखिक संपर्क साधकर इस बारे में जानकारी दी गई थी, लेकिन राजभवन ने इसकी सूचना लिखित में तलब की। रात्रि करीब सवा आठ बजे मुख्यमंत्री हरीश रावत राजभवन पहुंचे। उन्होंने तकरीबन दस मिनट तक राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल से बातचीत की। इसके बाद राजभवन की ओर से गुरुवार सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण की जानकारी दी गई। बुधवार दोपहर तक इस मामले में स्थिति साफ करने से बचते रहे मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी देर शाम मंत्रिमंडल विस्तार पर हामी भर दी।
पढ़ें-उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार को हाईकमान की मंजूरी लेंगे सीएम आज राजभवन में राज्यपाल डॉ केके पॉल ने विधायक नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत और कई मंत्री मौजूद रहे। अब कैबिनेट में अधिकतम 12 मंत्री हो गए हैं। बता दें कि दोनों विधायक कांग्रेस के हैं। भंडारी बदरीनाथ और नवप्रभात विकासनगर के विधायक हैं। दोनों पहले भी मंत्री रहे हैं।
मंत्री पद पर दोनों के चयन को सियासी संतुलन साधने के तौर पर देखा जा रहा है। बीते मार्च माह से 55 दिन तक चले सियासी संकट के दौरान सरकार का साथ देने में विधायकों की भूमिका को देखते हुए मुख्यमंत्री को आखिरकार मंत्रिमंडल की सीटें भरने के फैसले को मूर्त रूप देना पड़ा। राजेंद्र भंडारी को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज का करीबी माना जाता रहा है। सियासी संकट के दौरान भंडारी महाराज के बजाए मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ मजबूती से खड़े रहे।
मंत्री पद पर दोनों के चयन को सियासी संतुलन साधने के तौर पर देखा जा रहा है। बीते मार्च माह से 55 दिन तक चले सियासी संकट के दौरान सरकार का साथ देने में विधायकों की भूमिका को देखते हुए मुख्यमंत्री को आखिरकार मंत्रिमंडल की सीटें भरने के फैसले को मूर्त रूप देना पड़ा। राजेंद्र भंडारी को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज का करीबी माना जाता रहा है। सियासी संकट के दौरान भंडारी महाराज के बजाए मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ मजबूती से खड़े रहे।
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वहीं नवप्रभात भी कभी पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खेमे में शुमार माने जाते रहे, लेकिन हरीश रावत सरकार के संकटमोचक के तौर पर उन्होंने अहम भूमिका निभाई। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सियासी संतुलन साधते हुए गढ़वाल मंडल के खाते में ही मंत्रिमंडल की दोनों सीटें देना बेहतर समझा। मंत्रिमंडल की एक सीट पूर्व काबीना मंत्री और रुद्रप्रयाग के पूर्व विधायक हरक सिंह रावत की बगावत के चलते रिक्त हुई थी।
वहीं नवप्रभात भी कभी पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खेमे में शुमार माने जाते रहे, लेकिन हरीश रावत सरकार के संकटमोचक के तौर पर उन्होंने अहम भूमिका निभाई। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सियासी संतुलन साधते हुए गढ़वाल मंडल के खाते में ही मंत्रिमंडल की दोनों सीटें देना बेहतर समझा। मंत्रिमंडल की एक सीट पूर्व काबीना मंत्री और रुद्रप्रयाग के पूर्व विधायक हरक सिंह रावत की बगावत के चलते रिक्त हुई थी।
मंत्रिमंडल में शामिल दोनों विधायक काफी अनुभव: सीएम मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल दोनों विधायक काफी अनुभवी हैं। नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी के अनुभव का लाभ मिलेगा। सीएम हरिद्वार के प्रतिनिधित्व के सवाल पर कहा कि हरिद्वार से वह खुद भी हैं, मंत्रिमंडल में सीमित स्थान है।
विधायक: नव प्रभात पुत्र ब्रह्मदत्त।
पार्टी: इंडियन नेशनल कांग्रेस।
शिक्षा: बीकॉम (1974) और एलएलबी (1977) लखनऊ विश्वविद्यालय।
विधान सभा क्षेत्र: विकासनगर।
नव प्रभात पूर्ववर्ती एनडी तिवारी सरकार में मंत्री रहे हैं।
विधायक: राजेंद्र सिंह भंडारी पुत्र रघुनाथ सिंह।
पार्टी: इंडियन नेशनल कांग्रेस।
शिक्षा: बीए और एलएलबी।
विधान सभा क्षेत्र: बदरीनाथ।
राजेंद्र सिंह भंडारी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मंत्री रहे हैं।पढ़ें:-सीएम हरीश रावत ने गृहमंत्री राजनाथ से मांगे 5.62 करोड़ रुपये
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पार्टी: इंडियन नेशनल कांग्रेस।
शिक्षा: बीकॉम (1974) और एलएलबी (1977) लखनऊ विश्वविद्यालय।
विधान सभा क्षेत्र: विकासनगर।
नव प्रभात पूर्ववर्ती एनडी तिवारी सरकार में मंत्री रहे हैं।
विधायक: राजेंद्र सिंह भंडारी पुत्र रघुनाथ सिंह।
पार्टी: इंडियन नेशनल कांग्रेस।
शिक्षा: बीए और एलएलबी।
विधान सभा क्षेत्र: बदरीनाथ।
राजेंद्र सिंह भंडारी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मंत्री रहे हैं।पढ़ें:-सीएम हरीश रावत ने गृहमंत्री राजनाथ से मांगे 5.62 करोड़ रुपये