उत्तराखंड में राज्य की चुनौतियों पर मंथन करेंगे विपक्षी दल
कांग्रेस ने वाम दलों, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और सामाजिक व आंदोलनकारी संगठनों के साथ मिलकर उत्तराखंड विमर्श कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: राज्य गठन के 18 वें वर्ष में प्रवेश करने पर कांग्रेस ने वाम दलों, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल और सामाजिक व आंदोलनकारी संगठनों के साथ मिलकर उत्तराखंड विमर्श कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। इसमें उत्तराखंड ने इन 17 वर्षों में क्या खोया, क्या पाया और भविष्य की चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी।
प्रदेश में भाजपा को बंपर बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस अब गैरभाजपाई दलों को किसी न किसी बहाने एक मंच पर लाने का प्रयास कर रही है। इस कड़ी में कांग्रेस ने राज्य स्थापना दिवस से पहले उत्तराखंड विमर्श कार्यक्रम के जरिये सबको एक मंच पर लाने का प्रयास किया है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांगेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि राज्य गठन को 17 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं और राज्य 18 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस समय राज्य की परिस्थितियां बहुत अच्छी नहीं हैं। कोई भी मौजूदा स्थिति से संतुष्ट नहीं है। राज्य गठन के बाद राज्य ने क्या खोया, क्या पाया और उनके सामने क्या चुनौतियां है, इसे लेकर सभी समान विचारधारा के दल व संगठनों के साथ एक नवंबर को उत्तराखंड विमर्श कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से भी इसके लिए बात की है। उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को भी इस कार्यक्रम में शिरकत करने और विमर्श के दौरान सरकार का पक्ष रखने के लिए निमंत्रण दिया।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि यह कार्यक्रम देहरादून के टाउन हॉल में होगा। इसमें कोई भी शामिल हो सकता है। विचार-विमर्श के बाद जो भी मुद्दे व सुझाव होंगे, उसे लेकर वे आगे जाएंगे। कम्युनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी के वरिष्ठ नेता बची राम कौंसवाल ने कहा कि यह एक रचनात्मक आयोजन है। राज्य गठन के बाद जरूरत कहां तक पूरी हुई, इस पर विमर्श किया जाएगा।
कार्यक्रम में माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के अशोक शर्मा, जनचेतना आंदोलन के शंकर गोपाल व त्रेपन सिंह, गोरखा फ्रंट के संजय मल्ल के अलावा सर्व समाज संगठन की सारिका प्रधान, कांग्रेस नेता याकूब सिद्दिकी और अमरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
मोदी के दौरे की मंशा कुछ और
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री के उत्तराखंड दौरे का मकसद कुछ और था। उन्होंने कहा कि दो दिनों तक उन्होंने जो लेक्चर व योग का कार्यक्रम किया वह मात्र केवल दिखावा था। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब भाजपा केंद्र व प्रदेश में सत्ता में है। इसके लिए केंद्र सरकार को गैरसैंण के लिए दस हजार करोड़ रुपये जारी करने चाहिए।
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