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लापता सिपाही की तलाश में पुलिसिया तंत्र फेल

मेला ड्यूटी से लापता सिपाही जनकराज की तलाश में पुलिसिया तंत्र घुटने टेकता दिख रहा है। डेढ़ माह से अधिक का समय गुजरने के बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। हालांकि, मेला पुलिस समीपवर्ती जिलों की कई बार खाक छानकर खाली हाथ लौट चुकी है।

By sunil negiEdited By: Updated: Fri, 11 Mar 2016 10:38 AM (IST)
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जेड ए सलमानी, हरिद्वार। मेला ड्यूटी से लापता सिपाही जनकराज की तलाश में पुलिसिया तंत्र घुटने टेकता दिख रहा है। डेढ़ माह से अधिक का समय गुजरने के बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। हालांकि, मेला पुलिस समीपवर्ती जिलों की कई बार खाक छानकर खाली हाथ लौट चुकी है। तलाश की सारी कोशिशों को नाकाम होता देख पुलिस ने लापता सिपाही के बैंक अकाउंट का विवरण परिजनों से मांगा है, जिससे उसकी लोकेशन के बारे जानकारी जुटाई जा सके।
टनकपुर शहर निवासी जनकराज चौबे ने बागेश्वर से आकर अर्द्धकुंभ मेला ड्यूटी के लिए बैरागी कैंप के पुलिस लाइन में आमद कराई थी। पहले स्नान पर्व पर ड्यूटी के बाद जनकराज ने छुट्टी के लिए आवेदन दिया। इसे स्वीकार करते हुए उसे 17 जनवरी से तीन दिन का अवकाश दे दिया। छुट्टी खत्म होने के बाद उसे 21 जनवरी को पुलिस लाइन में आमद करानी थी, लेकिन वह नहीं आया।

तीन-चार दिन तक नहीं पहुंचा तो मेला पुलिस ने उसके घर से संपर्क किया। परिजनों ने जो बताया उससे पुलिस सकते में आ गई। परिजनों का कहना था कि जनकराज घर आया ही नहीं। सिपाही जनकराज का मोबाइल फोन भी स्विच आफ मिला। जनकराज की तलाश का जिम्मा कनखल पुलिस को सौंपा गया।

कनखल पुलिस हरिद्वार से सटे बिजनौर, सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली आदि जिलों में सिपाही जनकराज की फोटोयुक्त पर्चा भी बंटवाया, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं लगा।
सूत्रों की मानें तो पुलिस के सभी पैंतरों से वाकिफ जनकराज ने सबसे पहले मोबाइल को अपने से दूर कर दिया था, ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रेस न कर पाए।

अब पुलिस परिजनों से उसके बैंक खातों के बारे में डिटेल मांगा है, ताकि सिपाही ने बैंक या एटीएम से पैसे निकाले जाने से उसकी लोकेशन का पता लगाया जाए। इसके लिए मेला पुलिस ने बागेश्वर में रह रहे जनकराज के परिजनों से संपर्क किया है। आइजी अर्द्धकुंभ जीएस मर्तोलिया ने बताया कि लापता सिपाही के तलाश की जिम्मेदारी कनखल थाने को दी गई है।

आस-पास के जिलों में पर्चे बांटकर तलाश की गई, लेकिन पता नहीं चला। मोबाइल बंद होने से उसकी लोकेशन भी नहीं मिल रही है। अब उसके बैंक अकाउंट से हुई धन निकासी से लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है।
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