सपा छोड़ने का सिद्दिकी को मिला ईनाम, सीएम ने थमाया सरकारी ओहदा
हरीश रावत सरकार ने उत्तराखंड राज्य अल्पसंख्यक हुनर परिषद का गठन कर अब्दुल मतीन सिद्दिकी को परिषद का अध्यक्ष नामित किया है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश में सरकारी ओहदे बांटने का सिलसिला तेज हो गया है। हरीश रावत सरकार ने उत्तराखंड राज्य अल्पसंख्यक हुनर परिषद का गठन कर अब्दुल मतीन सिद्दिकी को परिषद का अध्यक्ष नामित किया है। वहीं मुख्यमंत्री ने संसदीय सचिव एवं गंगोत्री विधायक विजयपाल सजवाण को नागरिक उड्डयन महकमे की जिम्मेदारी सौंपी है।
सपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले हल्द्वानी में अल्पसंख्यक समुदाय के कद्दावर नेताओं में शुमार अब्दुल मतीन सिद्दिकी को सरकारी ओहदा थमाया गया है। अल्पसंख्यक कल्याण सचिव डॉ. भूपिंदर कौल औलख ने बताया कि उत्तराखंड राज्य अल्पसंख्यक हुनर परिषद में अध्यक्ष अब्दुल मतीन, उपाध्यक्ष पद पर लालकुआं के अनीस अहमद, हरिद्वार के मोहम्मद हनीफ, रुड़की के यासिर अराफात नामित किए गए हैं।
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परिषद में नौ गैर सरकारी और तीन शासकीय पदाधिकारियों को सदस्य के रूप में नामित किया गया है। वहीं चार धाम यात्रा मार्गों के अतिरिक्त प्रदेश के अन्य प्रमुख तीर्थ यात्रा मार्गों सहित अन्य ऐतिहासिक तीर्थ स्थलों के विकास को कार्ययोजना तैयार करने को समिति गठित की है। हरिद्वार के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी को समिति का संयोजक नियुक्त किया गया है।
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आठ सदस्यीय उक्त समिति में उप संयोजक आनंद उपाध्याय व जसवीर राणा हैं, जबकि सदस्यों के तौर पर हरीश भाकुनी, नरेंद्र सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह मेहता, श्रीमती संगीता नेगी व दिग्विजय सिंह को शामिल किया गया है।
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इस संबंध में धर्मस्व, तीर्थाटन प्रबंधन व धार्मिक मेला सचिव शैलेश बगोली की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। वहीं सरकार ने बीती 30 जुलाई को नौ संसदीय सचिवों को विभिन्न महकमों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
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इन संसदीय सचिवों में शामिल विजयपाल सिंह सजवाण को अब नागरिक उड्डयन की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले उन्हें नियोजन, ऊर्जा, गृह व सीमांत क्षेत्र विकास जैसे महकमे दिए गए थे। इसके साथ ही उन्हें बतौर संसदीय सचिव टिहरी जिले प्रभार भी सौंपा गया था।
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