उत्तराखंडः भीमलाल आर्य व रेखा आर्य पर गिरी दलबदल कानून की गाज, सदस्यता निरस्त
भाजपा विधायक भीमलाल आर्य व कांग्रेस विधायक रेखा आर्य पर आखिरकार दलबदल कानून की गाज गिर ही गई। विधानसभा स्पीकर ने दोनों की सदस्यता को निरस्त कर दिया।
देहरादून (राज्य ब्यूरो)। भाजपा विधायक भीमलाल आर्य व कांग्रेस विधायक रेखा आर्य पर आखिरकार दलबदल कानून की गाज गिर ही गई। विधानसभा स्पीकर ने दोनों की सदस्यता को निरस्त कर दिया। इसके भाजपा और कांग्रेस दोनों को एक-एक सीट का बराबर का नुकसान पहुंचा।
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उत्तराखंड में चले सियासी संकट के दौरान पहले कांग्रेस के नौ विधायक बागी हो गए थे। इसके बाद 10 मई को फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों से एक-एक विधायक ने पाला बदल दिया था।
भाजपा विधायक भीमलाल आर्य जहां पहले से ही कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहे थे, वहीं कांग्रेस विधायक रेखा आर्य फ्लोर टेस्ट के दिन भाजपा खेमे में चली गई थी। कांग्रेस ने रेखा आर्य के खिलाफ और भाजपा ने भीमलाल आर्य के खिलाफ कार्रवाई को लेकर स्पीकर से मांग की थी।
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दोनों पार्टियों की ओर से दर्ज याचिका पर स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने आज अपना फैसला सुनाया। फैसले की अधिसूचना की पुष्टि विधानसभा सचिव जगदीश चंद्र ने पुष्टि की। दोनों विधायकों की सदस्यता निरस्त होने के बाद वे अब राज्यसभा चुनाव में 11 जून को मतदान नहीं कर सकेंगे।
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