इस बार आठ दिन के होंगे नवरात्र, राशियों के अनुसार ऐसे करें पूजा
इस बार चैत्र नवरात्र आठ दिन के होंगे। तृतीय नवरात्र का क्षय हो रहा है। नवरात्र आठ अप्रैल से शुरू होकर 15 अप्रैल तक हैं।
देहरादून। इस बार चैत्र नवरात्र आठ दिन के होंगे। तृतीय नवरात्र का क्षय हो रहा है। नवरात्र आठ अप्रैल से शुरू होकर 15 अप्रैल तक हैं। प्रथम नवरात्र को घटस्थापन का अभिजीत मुहूर्त शुक्रवार के सुबह 11.54 से दोपहर 12.43 तक है। प्रतिपदा शनिवार यानी सात अप्रैल को शाम चार बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी।
आचार्य संतोष खंडूड़ी ने बताया कि शुक्रवार को प्रथम नवरात्र दोपहर एक बजकर सात मिनट तक होगा। दूसरा नवरात्र शनिवार को रात 9 बजकर 24 मिनट तक और तृतीय रविवार तड़के पांच बजकर 58 मिनट तक होगा। इसके बाद चौथा नवरात्र लग जाएगा। रामनवमी का पर्व 15 अप्रैल को मनाया जाएगा।
ऐसे करें घटस्थापन
मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें हरियाली के प्रतीक जौं बोएं। इसके बाद सोने, मिट््टी या तांबे के कलश को विधिपूर्वक स्थापित करें। मां की प्रतिमा स्थापित और पूजन करने से पहले भगवान गणेश का पूजन करें। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। और आहार और व्यवहार पर नियंत्रण रखें।
राशियों के अनुसार कैसे करें शक्ति की पूजा
- मेष:- रक्त चंदन, रक्त पुष्प और खीर अर्पण करें।
- वृष:- पंच मेवा, सुपारी, श्वेत चंदन, पुष्प चढ़ाएं।
- मिथुन:- केला, पुष्प, धूप से पूजा करें।
- कर्क:- बताशे, चावल, दही के साथ पूजा करें।
- सिंह:- कांस्य पात्र में रोली, चंदन, केसर, कपूर के साथ आरती करें।
- कन्या:- फल, पत्तों, गंगाजल मां को अर्पण करें।
- तुला:- दूध, चावल, चुनरी चढ़ाएं और घी के दिए से आरती करें।
- वृषक:- लाल, फूल, गुड, चावल और चंदन के साथ पूजा करें।
- धनु:- हल्दी, केसर, तिल का तेल, पीले फूल अर्पण करें।
- मकर:- सरसों का तेल का दिया, पुष्प,चावल, कुमकुम और सूजी का हलवा मां को अर्पण करें।
- कुंभ:- पुष्प, कुमकुम, तेल का दीपक और फल अर्पण करें।
- मीन:- हल्दी, चावल, पीले फूल और केले के साथ पूजन करें।
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