उत्तराखंड में बारिश और तूफान से तीन की मौत, तीन लापता
शनिवार को गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में तीन स्थानों पर बादल फटने से खासा नुकसान हुआ तो मैदानी क्षेत्रों में तूफान ने कहर ढाया।
देहरादून। मौसम की बदली करवट भयभीत करने लगी है। बीते रोज गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में तीन स्थानों पर बादल फटने से खासा नुकसान हुआ तो मैदानी क्षेत्रों में तूफान ने कहर ढाया। टिहरी और उत्तरकाशी जिले में नालों में आए उफान में एक महिला और एक किशोरी समेत चार लोग लापता हो गए। इनमें से देर रात किशोरी का शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा तूफान के दौरान हरिद्वार जिले के रुड़की में अलग-अलग क्षेत्रों में बाइक सवार दो युवकों की मौत हो गई।
टिहरी जिले के कोठियाड़ा गांव के पास बादल फटने से उफान पर आए गदेरे का मलबा 150 घरों व दुकानों में जा घुसा, जबकि 20 घर क्षतिग्रस्त हो गए। मलबे में 100 से ज्यादा मवेशियों के दबे होने की आशंका है। कोठियाड़ा के गनगर गांव के 30 परिवारों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है।
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टिहरी जिले के घनसाली में बादल फटने से एक पब्लिक स्कूल भी क्षतिग्रस्त हो गया। सरुणा गांव में 15 वर्षीय किशोर विपुल भट्ट लापता है। वह तब लापता हुआ, जब गांव से लगी बरसाती नदी उफान पर थी। किशोर की तलाश जारी है। उत्तरकाशी के जुगणा गाड के उफान पर आने से घराट बह गया। यही नहीं, घराट में बैठी किशोरी भी लापता हो गई। देर रात किशोरी का शव बरामद कर लिया गया। चमोली के कर्णप्रयाग क्षेत्र में भी शाम को मौसम ने सांसें अटकाए रखी। सोनला के जंगलों में बादल फटने के बाद बड़े पैमाने पर मलबा आबादी की ओर आकर घरों में जा घुसा।
उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून समेत अन्य जिलों में भी बारिश और तूफान ने परेशानियां खड़ी किए रखीं। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे करीब एक घंटे तक बाधित रहा, जबकि बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से कर्णप्रयाग व नंदप्रयाग के बीच करीब ढाई घंटे बाधित रहा। टिहरी जिले के संपर्क मार्गों पर भी यात्रियों के फंसे होने की सूचना है। इसके अलावा तूफान के दौरान रुड़की के पास कलियर में बाजार से बाइक पर लौट रहे युवक पर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई। जबकि इसी दौरान भगवानपुर कस्बे के पास बाइक सवार युवक को कार ने टक्कर मार दी। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कुमाऊं के पिथौरागढ़, चंपावत और अल्मोड़ा जिलों के कई इलाकों में शुक्रवार देर रात से रुक-रुककर वर्षा का क्रम बना हुआ है। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में शुक्रवार देर रात सुङ्क्षरगगाड़ जलविद्युत परियोजना के उपकरण बह गए। 200 मीटर लंबी दीवार भी ध्वस्त हो गई। दुकानों और लोगों के घरों में बारिश का पानी व मलबा घुस गया। थल क्षेत्र के जोलाती गांव में शनिवार शाम करीब पांच बजे बादल फट गया। इससे पूरे इलाके में भीषण जलभराव हो गया। हालांकि, जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन ग्रामीण सहमे हुए हैं। चंपावत में रायनगर- चौड़ीगांव में डाल खंड नहर योजना का मोटर बह गया।सोमेश्वर में आफत बना मौसम
राज्य मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार राज्य में अगले 24 घंटों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। चेतावनी जारी की गई है कि अगले 48 घंटों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के साथ ही ओलावृष्टि व झक्कड़ के भी आसार हैं।उत्तराखंड में बदला मौसम, आफत की बारिश, देखें तस्वीरें..