Move to Jagran APP

आचार्य बालकृष्ण का जन्मोत्सव जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया

हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ के महामंत्री और पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण का जन्मोत्सव गुरुवार को जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया।

By sunil negiEdited By: Updated: Thu, 04 Aug 2016 11:27 AM (IST)

हरिद्वार, [जेएनएन]: पतंजलि योगपीठ के महामंत्री और पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण का जन्मोत्सव गुरुवार को जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान पतंजलि योगपीठ के अंतर्गत आयुर्वेद एवं कृषि क्षेत्र में सेवारत प्रतिभाओं को पतंजलि आयुर्वेद गौरव एवं पतंजलि कृषि गौरव से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ योगगुरु बाबा रामदेव की ओर से संचालित योग विज्ञान शिविर से किया गया। इसके बाद सेवाव्रती कार्यकर्ताओं के साथ वानप्रस्थाश्रम में यज्ञायोजन हुआ। इसी कार्यक्रम में केंद्रीय परिवहन नितिन गडकरी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने योग और आयुर्वेद को विश्व स्तर पर बढ़ाया है। कहा कि केंद्र सरकार प्लास्टिक की बोतलों की जगह बायो प्लास्टिक बोतलों के निर्माण पर काम कर रही है, इन्हें गन्ने की खली आदि से बनाया जायेगा। इस दौरान बाबा रामदेव ने प्लास्टिक बोतलों की जगह पूरे पतंजलि योगपीठ परिवार द्वारा बायो बोतल के इस्तेमाल की घोषणा की।

देसी गायों के संवर्धन पर हो रहा काम
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि योगपीठ देसी गायों के संवर्धन पर काम कर रहा है ताकि देशी गाय 30 से 40 लीटर दूध प्रतिदिन दे। उन्होंने बताया कि इस काम में ब्राजील का वैज्ञानिक अनुसंधान सहयोग लिया जा रहा है।

पढ़ें:-संजीवनी बूटी के सरकारी शोध पर आचार्य बालकृष्ण ने उठाए सवाल

पूरे विश्व में जीने की शैली बना योग
जूना आखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि पतंजलि योगपीठ बाबा रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने योग और आयुर्वेद को पूरे विश्व में स्वस्थ जीवन जीने की शैली के रूप में फैलाया है। आज योग और आयुर्वेद को पूरे विश्व में स्वस्थ जीवन जीने की शैली का धर्म बना दिया। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने देश को कम समय में इतना सब कुछ दे दिया कि अब उन पर शोध करने की आवश्यकता है।

पढ़ें:-12 हजार करोड़ रुपये से उत्तराखंड में होगा 11 सौ किमी सड़कों का निर्माण: गडकरी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।