बीजेपी ने भरी हुंकार, धारा 144 भी नहीं रोक सकती महारैली
बीजेपी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत बजट का झूठा रोना रो रहे हैं और महारैली में यह मुद्दा भी रहेगा।
हरिद्वार, [जेएनएन]: भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने प्रदेश के सीएम हरीश रावत पर रैली के पहले ही जनता के उत्साह को देखकर डरने का आरोप लगाया। कहा कि सीएम के इशारे पर प्रशासन ने रैली को रोकने के लिए धारा 144 को ढाल बनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन इससे रैली में फर्क नहीं पड़ेगा।
श्याम जाजू ने कहा अब एक लाख की बजाए डेढ़ लाख की भीड़ रैली में जमा होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव का शंखनाद होगा और बीजेपी की प्रदेश में बहुमत से सरकार बनेगी। हाइवे निर्माण में विलंब पर गोलमोल जवाब देते हुए उन्होंने इसके लिए भी प्रदेश सरकार को ही दोषी ठहराया। कहा, नये ठेकेदार को प्रदेश सरकार कमीशन के फेर में काम नहीं करने दे रही है।
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प्रदेश प्रभारी ने कहा कि सीएम हरीश रावत बजट के नाम पर झूठा रोना रो रहे हैं। जबकि केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रूपये का बजट दो साल में ही प्रदेश के लिए जारी कर दिया है। बावजूद इसके लोगों को गुमराह करने का काम सीएम कर रहे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में फेरबदल की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ऋषिकेश न जाकर शनिवार को केदारनाथ-बद्रीनाथ से होकर सीधे ऋषिकुल मैदान पर रैली में शामिल होंगे। प्रदेश में सीएम के चेहरा के नाम की रैली में घोषणा के सवाल पर उन्होंने कहा कि रैली या बातचीत में सीएम का पद भाजपा में तय नहीं होता है। यह काम पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में होता है।
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वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने प्रदेश सरकार व सीएम हरीश रावत पर सीधा निशाना साधा। अजय भट्ट ने सीएम को बजट के मुद्दे पर खुली बहस की चुनौती भी दी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार बजट के आकार का अनुमोदन करती है। दो साल में सर्वाधिक धन प्रदेश सरकार को केंद्र से मिला है।
केंद्र से राज्य को मिल चुका है पर्याप्त धन
अजय भट्ट ने कहा कि 25 हजार करोड़ एकमुश्त, चार सौ करोड़ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, 11 हजार करोड़ रूपये सड़कों की मरम्मत व निर्माण, साढ़े सात हजार करोड़ सड़कों के रखरखाव, कुंभ के लिए सौ करोड़, पांच सौ करोड़ रूपये आपदा राहत और पांच सौ करोड़ रूपये चारधाम यात्रा को लेकर सड़कें आदि बनाने को लेकर केंद्र ने बजट दिया है। तो फिर किस का रोना रहे हैं।