एसडीएम कार्यालय का लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार
विजिलेंस टीम ने एसडीएम कार्यालय के एक लिपिक को रंगेहाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। टीम उसे अपने साथ देहरादून ले गई।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 08 Sep 2017 08:44 PM (IST)
रुड़की, [जेएनएन]: विजिलेंस टीम ने खनन में पकड़ी गई ट्रैक्टर-ट्राली के रिलीज ऑर्डर पर साइन कराने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते एसडीएम कार्यालय के लिपिक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से रिश्वत की रकम भी बरामद की गई। पूछताछ के बाद विजिलेंस की टीम आरोपी को लेकर देहरादून रवाना हो गई।
कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के टोड़ा खटका गांव निवासी मुस्तकीम की ट्रैक्टर-ट्राली को 21 अगस्त को कोतवाली पुलिस ने खनन और मोटर अधिनियम के तहत सीज किया था। मुस्तकीम ने 4 सितंबर को न्यायिक मजिस्ट्रेट रुड़की के न्यायालय में अर्थदंड अदा कर ट्रैक्टर-ट्राली रिलीज के आदेश प्राप्त किए थे। जिसके बाद वह एसडीएम कार्यालय के लिपिक जुल्फुकार अली से मिला। जिसने दो हजार रुपये ट्रेजरी चालान के माध्यम से जमा कराने को कहा। रकम जमा कराने के बाद वह फिर जुल्फकार के पास गया तो उसने रिलीज आर्डर पर अधिकारी के साइन कराने के नाम 10 हजार की रिश्वत मांगी।
आरोप है कि लिपिक ने उसे 8 सितंबर को कार्यालय में 10 हजार रुपये लेकर आने को कहा। मुस्तकीम ने उसे रकम देने में असमर्थता जताई पर वह नहीं माना। इसके बाद पीडि़त ने इसकी शिकायत विजिलेंस देहरादून से कर दी। जिस पर विजिलेंस की टीम ने आरोपी जुल्फुकार को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
योजना के मुताबिक शुक्रवार की दोपहर को करीब साढ़े 12 बजे मुस्तकीम विजिलेंस टीम द्वारा दिए गए 10 हजार के नोट लेकर जुल्फुकार के पास एसडीएम कार्यालय के शस्त्र लाइसेंस के सेक्शन दफ्तर में पहुंचा। मुस्तकीम ने रिलीज आर्डर मांगे तो जुल्फुकार ने रिश्वत मांगी। बताया गया कि जैसे ही मुस्तकीम से उसने रिश्वत ली तो विजिलेंस की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। विजिलेंस की टीम ने बंद कमरे में जुल्फुकार से घंटों तक पूछताछ की और उसके दस्तावेज खंगाले। विजिलेंस की टीम पूछताछ के बाद उसने अपने साथ देहरादून ले गई।
यह भी पढ़ें: सिंचाई विभाग का अधिशासी अभियंता घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तारयह भी पढ़ें: पांच लाख रुपये मांगने पर लमगढ़ा एसओ सस्पेंड
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।