रामनगर में बच्चों से भरी स्कूल बस पलटी, हादसे में 16 बच्चे हो गए घायल nainital news
गिरिजा मंदिर में माता के दर्शन के लिए आ रही एडीएम पब्लिक स्कूल की बस चालक की वलापरवाही से सड़क किनारे मोड़ पर पलट गई। तेज स्पीड दुर्घटना व ब्रेक फेल होना हादसे की वजह बनी।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Mon, 16 Dec 2019 11:16 AM (IST)
रामनगर, जेएनएन : रामनगर में गिरिजा मंदिर में माता के दर्शन के लिए आ रही एडीएम पब्लिक स्कूल की बस चालक की वलापरवाही से सड़क किनारे मोड़ पर पलट गई। तेज स्पीड दुर्घटना व ब्रेक फेल होना हादसे की वजह बनी। दुर्घटना में 16 छात्र घायल हो गए। इससे बस में छात्रों की चीखपुकार मच गई। वहीं चार छात्रों को हल्द्वानी रेफर किया गया। चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बच्चों का आ रहा रहा था टूर जिला ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर स्थित एडीएम पब्लिक स्कूल के बच्चों व शिक्षकों का टूर रविवार को रामनगर आया था। छात्रों व शिक्षकों ने पहले गिरिजा मंदिर में माता के दर्शन के बाद फिर हनुमानधाम छोई जाना था। स्कूल की चार बसों से 128 विद्यार्थी व शिक्षकों के साथ टूर पर आए थे। गिरिजा मंदिर से एक किमी पहले बच्चों की एक बस ढलान पर चालक की लापरवाही से पलट गई। पुलिस के मुताबिक बस ढलान में तेज गति में थी। जिस वजह से बे्रक न लगने के कारण बस को चालक नियंत्रित नहीं कर पाया। बस में शिक्षकों के अलावा 28 छात्र बैठे थे। बस पलटने के बाद बच्चे एक दूसरे के ऊपर गिर गए। दर्द से बच्चों की चीख पुकार मच गई। उधर से गुजर रहे लोग वाहन रोककर मदद के लिए पहुंचे। बस में फं से बच्चों को लोगों ने बाहर निकाला। लोगों ने एसडीएम हरगिरी गोस्वामी, सीओ पंकज गैरोला व कोतवाल रवि सैनी को सूचना दी। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम ने संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस टीके पंत को चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्था व एंबुलेंस तैयार रखने को कहा।
बच्चों को हलद्वानी रेफर किया पुलिस व अग्निशमन विभाग की टीम कोतवाली से मौके के लिए रवाना हो गई। पुलिस व अग्निशमन कर्मियों ने वाहनों में घायल बच्चों को चिकित्सालय पहुंचाया। सूचना पर विधायक दिवान सिंह बिष्ट, रजिस्ट्रार कानूनगो आरिफ हुसैन भी घायल बच्चों का हालचाल जानने को चिकित्सालय पहुंच गए। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने चार बच्चों को एसटीएच हल्द्वानी रेफर कर दिया। कोतवाल सैनी ने घटनास्थल पर पहुंचकर बस का तकनीकी मुआयना किया। कोतवाल ने बताया कि दुर्घटना में चालक की लापरवाही सामने आई है। बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
हादसे में घायल हुए छात्र अभिषेक पाल (13) पुत्र चरन सिंह, दीपक (16) पुत्र राकेश रस्तोगी, तपस मंडल (13) पुत्र विकास मंडल, आशीष (12) पुत्र मेवा लाल (रेफर), मनीष पाल (13) सुखदेव पाल (रेफ र), उदय (12) पुत्र गुरुपद अनिकेत (12) पुत्र सुरेश यादव, प्रियांशु (12)पुत्र देवी प्रकाश, उत्कर्ष (13) पुत्र इद्रपाल (रेफ र), प्रतीक यादव (12) पुत्र चुन्नी सिंह, विशेष मंडल (11) पुत्र मनीष मंडल, देव वर्मा (9) पुत्र पिंटू वर्मा, च्यंक शर्मा (10) पुत्र धर्मदेव शर्मा (रेफ र) आकाश(10)पुत्र राम कुशवाहा, विक्की (10) पुत्र बुद्धदेव, कपिल शर्मा (15)पतिराम शर्मा!
घिसे हुए टायरों से चलाई जा रही थी बसस्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा था। सैकड़ों बच्चों की जान की सुरक्षा के लिए बस तकनीकी रूप से फि ट नहीं पाई गई। मौके पर लोगों ने बस की हालत देखी तो हर कोई स्कूल प्रबंधन को कोसने लगा। बस के टायर की रबड़ पूरी तरह घिस चुकी थी। टायरों में रबर नहीं चढ़ी थी। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। हादसे से घबराए पुलिस प्रशासन ने सभी के सकुशल होने पर राहत की सांस ली। पुलिस भी मौका मुआयना करने के बाद दुर्घटना के मामले में लापरवाही की बात कह रही है।
तकनीकी रूप से फिट नहीं मिली बस रुद्रपुर स्थित एडीएम पब्लिक स्कूल दसवीं तक है। स्कूल की जो बस दुर्घटनाग्रस्त हुई। वह तकनीकी रूप से फिलहाल फिट नहीं पाई गई। बस पलटने के बाद कमानी के पट्टे टूट गए। वहीं बस के टायर इतने पुराने हो चुके थे कि उसकी रबर तक पूरी तरह घिस चुकी थी। टायर की रबर घिसने से बस के हर समय स्लीप होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा ब्रेक भी नहीं लगते है। स्कूल प्रबंधन द्वारा तकनीकी रूप से अनफिट बस को छात्रों को घर से लाने व ले जाने के लिए रखा गया था, जिसमें स्कूल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है। दुर्घटना के बाद एआरटीओ विमल पांडे भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बस की तकनीकी अधिकारी से जांच कराई जाएगी। कोतवाल रवि सैनी ने बताया कि मामला लापरवाही का है।
दुर्घटना देख दस साल पहले की याद हुई ताजागिरिजा मंदिर में स्कूल बस के हादसे ने दस साल पहले हुई दुर्घटना की याद लोगों के जेहन में ताजा कर दी। जब टूर पर आए नैनीताल के शेरवुड स्कूलों के बच्चों की ट्रैक्टर-ट्रॉली रामनगर क्षेत्र में दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी। बता दें कि दस साल पूर्व वर्ष 2008 में भी शेरवुड स्कूल का टूर पाटकोट आया था। बच्चों को घुमाने के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली में लाया जा रहा था। पाटकोट के समीप ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई थी। जिसमें 24 से अधिक बच्चे घायल हुए थे। जबकि दो बच्चों की मौत हो गई थी।
बच्चों को लेटाने के लिए कम पड़े बेडसंयुक्त चिकित्सालय में इमरजेंसी कक्ष में बेड कम पड़ गए। एक बेड पर दो व तीन लोगों को लेटाकर उपचार किया गया। उपचार के बाद उन्हें अन्य कमरों में शिफ्ट किया गया। सूचना पर बच्चों के परिजन भी चिकित्सालय पहुंच गए थे। परिजनों का कहना था कि दुर्घटना की जानकारी मिलने पर वह काफी घबरा गए थे।यह भी पढें : नैनीताल में शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल में पार्किंग बनने का रास्ता साफ, केन्द्र सरकार ने दी अनुमति
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