चलती बस में नोएडा की एक महिला के साथ होती रही छेड़छाड़, ऐसे बची जान
उत्तराखंड की सीमा में एक और निर्भया कांड होने से बच गया। नोएडा की एक महिला के साथ चलती बस में हल्द्वानी से लेकर रामपुर तक छेड़छाड़ होती रही।
हल्द्वानी, [जेएनएन]: उत्तराखंड की सीमा में एक और निर्भया कांड होने से बच गया। नोएडा की एक महिला के साथ चलती बस में हल्द्वानी से लेकर रामपुर तक छेड़छाड़ होती रही और उत्तराखंड पुलिस सोती रही। महिला ने नैनीताल से लेकर ऊधमसिंह नगर तक के पुलिस अधिकारियों को फोन किया, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। इस दौरान महिला को बस से उतारकर कुचलने की भी कोशिश की गई। रामपुर के एसपी ने सक्रियता दिखाई तब जाकर महिला को आरोपियों के चंगुल से बचाया जा सका।
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एक टूरिस्ट बस यूपी 22-टी 5252 शुक्रवार रात नैनीताल से दिल्ली के लिए चली। बस में नोएडा की एक महिला समेत लगभग 35 यात्री सवार थे। बागपत के मवई कलां निवासी अशोक कुमार बस चला रहा था। हल्द्वानी में अधिकांश यात्री बस से उतर गए। महिला का आरोप है कि हल्द्वानी से कुछ आगे जाने पर चालक व उसके साथियों ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। ये सभी नशे में थे। बात हद से ज्यादा बढऩे पर उसने नैनीताल और रुद्रपुर के पुलिस अफसरों को फोन किए, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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रामपुर आने पर महिला ने लगभग डेढ़ बजे वहां के एसपी संजीव त्यागी को फोन किया। महिला ने उन्हें घटना के बारे में बताया जिस पर एसपी ने सभी थानों को मैसेज देकर चेकिंग शुरू करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसपी लगातार महिला से उसकी लोकेशन लेते रहे, लेकिन अंधेरे के कारण महिला सही लोकेशन नहीं बता पा रही थी। करीब बीस मिनट बाद उसने बताया कि इस समय बस डीसेंट स्कूल के पास से गुजर रही है। जानकारी मिलते ही एसपी ने भोट पुलिस को बस को पकड़ने के आदेश दिए।
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कुछ देर बाद बस के पहुंचने पर पुलिस ने बस को घेर लिया और आरोपी बस चालक अशोक समेत बागपत के मवई कलां के परवेश, गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम के विवेक, यहीं के रविंद्र कुमार और बरेली जिले के थाना सुभाषनगर अंतर्गत मढ़ीनाथ के विशाल दिवाकर को दबोच लिया। महिला के अनुसार, आरोपियों ने उसे रात में एक जगह उतारकर बस से कुचलने का भी प्रयास किया था।
इंटरनेट से मिला पुलिस अफसरों का नंबर
महिला ने मोबाइल पर इंटरनेट के जरिये पुलिस अधिकारियों का मोबाइल नंबर ढूंढा और उन्हें फोन करना शुरू किया। नैनीताल और ऊधमसिंह नगर की पुलिस ने कोई मदद नहीं मिली तो रामपुर के एसपी का फोन नंबर सर्च किया और उनसे बात की। एसपी त्यागी ने बताया कि सभी के खिलाफ छेड़छाड़ और जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सभी आरोपी कोर्ट में पेश किए गए, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
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