उत्तराखंड के सीएम की हवाई यात्रा का किराया तीन करोड़ 61 लाख
एक तरफ राज्य सरकार विकास कार्यो के लिए धन की कमी का रोना रो रही है। वहीं दूसरी तरफ सीएम ने अकेले एक वर्ष में विभिन्न कंपनियों के हेलीकाप्टरों में तीन करोड़ 61 लाख रुपये की हवाई यात्रा की है, जबकि सरकारी विमान के ईधन का खर्च अलग से है।
प्रकाश जोशी, लालकुआं (नैनीताल)। एक तरफ राज्य सरकार विकास कार्यो के लिए धन की कमी का रोना रो रही है। वहीं दूसरी तरफ सीएम ने अकेले एक वर्ष में विभिन्न कंपनियों के हेलीकाप्टरों में तीन करोड़ 61 लाख रुपये की हवाई यात्रा की है, जबकि सरकारी विमान के ईधन का खर्च अलग से है। राज्य सरकार को भारी भरकम बिल को चुकाना पड़ा।
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यह खुलासा दिल्ली निवासी जनपक्ष इंडिया के जीवन पंत की ओर से उत्तराखंड नागरिक उड्डयन प्राधिकरण मसूरी से मांगी कई सूचना से हुआ। इसमें मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दिसंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच हैरिटेज, एयर चार्टस, स्पेन एयर, एयरोटैक, सार एवियेशन, हैलीजेट, एरोएयर क्राफ्ट चार्टर कंपनियों से हेलीकाप्टर लिए।
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सरकार को उक्त उड़नखटोलों के तीन करोड़ 61 लाख 79 हजार 434 रुपये चुकाने पड़े। इसके अलावा राज्य सरकार के अपने विमान में भरे गये ईधन का खर्चा अलग से है। सरकार भले ही विकास कार्य के लिए गंभीर नहीं है, लेकिन मुखिया के सैर सपाटे में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दे रही है। हवाई यात्रा में करोड़ों रुपये का खर्च इसका प्रमाण है।
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काफिले में चलने वाले वाहनों पर तीन लाख खर्च
मुख्यमंत्री के काफिले में चलने वाले वाहनों में वित्तीय वर्ष 2015-16 में 23 लाख रुपये का ईधन भरा गया। इसके साथ ही वाहनों की साज-सज्जा व मरम्मत में लगभग तीन लाख रुपये खर्च कर दिए गए।
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