Move to Jagran APP

रेल महकमा सख्त, रोका रास्ता

जागरण संवाददाता, कोटद्वार : कोटद्वार रेलवे स्टेशन को अब आम रास्ते की तरह प्रयोग में नहीं लाया जा सके

By Edited By: Updated: Mon, 12 Jan 2015 05:39 AM (IST)

जागरण संवाददाता, कोटद्वार : कोटद्वार रेलवे स्टेशन को अब आम रास्ते की तरह प्रयोग में नहीं लाया जा सकेगा। रेल महकमे ने कड़ा रवैया अपनाते हुए रेलवे परिसर के चारों ओर की फैनसिंग की मरम्मत करनी शुरू कर दी है। फैनसिंग मरम्मत कार्य पूर्ण होते ही करीब 30 हजार की आबादी को अपने आवासों तक पहुंचने के लिए लंबा फेर काटना पड़ेगा।

ओवरब्रिज तो दिया नहीं, जो रास्ता आवागमन को था, उसे भी बंद कर दिया। यह बात हम नहीं, लकड़ीपड़ाव व काशीरामपुर तल्ला क्षेत्र की करीब तीस हजार आबादी कह रही है, जो प्रतिदिन रेलवे स्टेशन के होकर अपने घरों को निकलती थी। रेल महकमे ने कड़ा रवैया अपनाते हुए रेलवे स्टेशन को बतौर आम रास्ता प्रयोग में लाए जाने पर पाबंदी लगानी शुरू कर दी है। इसके लिए विभाग इन दिनों स्टेशन परिसर के चारों ओर लगे फैनसिंग की मरम्मत कर रहा है।

चंद की कमी, भुगत रहे हजारों

चंद लोगों के स्वार्थपूर्ण रवैये का खामियाजा हजारों की आबादी भुगत रही है। दरअसल, लकड़ीपड़ाव क्षेत्र के कुछ लोग अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में होने वाली गंदगी को ट्रेचिंग ग्राउंड में फेंकने के बजाय स्टेशन परिसर में फेंक रहे थे। गत वर्ष 'स्वच्छ भारत' मुहिम का शुभारंभ करने रेलवे स्टेशन पहुंचे गढ़वाल सांसद बीसी खंडूड़ी ने परिसर में फैली गंदगी पर नाराजगी जताई। इसके बाद रेल महकमे के मंडलीय प्रबंधक (मुरादाबाद मंडल) ने विभागीय अभियंताओं को रेलवे परिसर के चारों ओर फैनसिंग ठीक करने के निर्देश दे दिए। स्वयं रेल विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि रेलवे स्टेशन से आवागमन रोके जाने का मुख्य कारण रेलवे परिसर में पड़ रही गंदगी थी।

मुख्य गेट से भी हटेगा अतिक्रमण

उत्तर रेलवे कोटद्वार रेलवे स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों पर पसरे अतिक्रमण को भी हटाने की योजना बना रहा है। विभाग की माने तो दोनों गेटों को चौड़ा किया जा रहा है, जिसके तहत दोनों गेटों से अतिक्रमण हटाया जाएगा।

रेलवे स्टेशन को बतौर आम रास्ता प्रयोग में न लाया जाए। इस कारण फैनसिंग की मरम्मत की जा रही है। दोनों प्रवेश द्वारों को भी चौड़ा किया जाएगा।

आरके मीणा, स्टेशन अधीक्षक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।