पिथौरागढ़ में खतरनाक हुआ सड़कों पर सफर, पहाड़ी से अचानक गिर रहा मलबा; दहशत में यात्री
पिथौरागढ़ जनपद में आज सुबह पिथौरागढ़-थल मार्ग पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आ गया। इससे मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। लोनिवि मार्ग को खोलने में जुटी हुई है।
पिथौरागढ़, [जेएनएन]: जिले में बरसात के मौसम में सड़के खतरनाक हो गई हैं। कभी भी मार्ग पर पहाड़ी से मलबा आ रहा है। इससे वहां से गुजरना जोखिम भरा बना हुआ है। आज सुबह पिथौरागढ़-थल मार्ग में भौड़ी के पास भूस्खलन के कारण पहाड़ी से अचानक मलबा आ गया। इससे मार्ग बंद हो गया है। लोनिवि की टीम मार्ग को खोलने में जुटी हुई है। वहीं, कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग और वैकल्पिक मार्ग बंद होने से दारमा, व्यास और चौदास क्षेत्र का तहसील मुख्यालय से संपर्क कट चूका है। टनकपुर-तवाघाट हाईवे, मुनस्यारी-जौलजीवी, थल-मुनस्यारी, पिथौरागढ़-थल मार्ग बंद हैं।
कई मार्ग बंद
धारचूला और मुनस्यारी में जमकर बारिश हुई। धारचूला में 40एमएम और मुनस्यारी में 22 एमएम बारिश हुई। जौलजीवी-मदकोट-मुनस्यारी मार्ग में घिंगरानी के पास भारी मलबा आने से छह घंटे बंद रहा। बारिश से नेशनल हाईवे में कानालीछीना और अस्कोट के बीच कुछ देर तक बंद रहा। रातिगाड़ और हरड़िया के पास मालबा आने से मुनस्यारी-थल मार्ग यातायात के लिए बंद था।
पढ़ें:-भूस्खलन से उत्तरकाशी के गर्मकुंड और हुर्री गांव को खतरा, ग्रामीण दहशत में
बारिश से दो मकान ध्वस्त
जिला मुख्यालय से निकटवर्ती मड़-खड़ायत गांव में ललित राम और दीवान राम का संयुक्त मकान ध्वस्त हो गया। मकान ध्वस्त होने से दोनों के परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। घटना के बाद विधायक मयूख महर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश पन्त, युकां जिलाध्यक्ष ऋषेन्द्र महर गांव पहुंचकर प्रभावितों से मिले। राजस्व कर्मियों ने गांव पहुंच कर क्षति का आकलन किया।
पढ़ें:-उत्तराखंड: चारधाम मार्गों पर कुछ राहत, 500 कांवड़िये अभी भी फंसे