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बना ऐसा दुर्लभ संयोग, नौ मई को केदारनाथ धाम के साथ खुलेंगे गंगोत्री व यमुनोत्री कपाट

हिंदुओं की आस्था का केंद्र केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि तय कर दी गई। मंदिर समिति, वेदपाठियों की उपस्थिति में तय किया गया कि नौ मई की सुबह सात बजे पूजा अर्चना व विधि विधान के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।

By BhanuEdited By: Updated: Tue, 08 Mar 2016 09:05 AM (IST)

रुद्रप्रयाग। हिंदुओं की आस्था का केंद्र केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि तय कर दी गई। मंदिर समिति, वेदपाठियों की उपस्थिति में तय किया गया कि नौ मई की सुबह सात बजे पूजा अर्चना व विधि विधान के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इसी दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुलेंगे।
इस बार ऐसा दुर्लभ संयोग बना कि गंगोत्री-यमुनोत्री के साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट एक ही दिन खुल रहे हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर उखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर में कपाट खुलने की तिथि तय कर दी गई। इसके साथ ही मंदिर खुलने की प्रक्रिया के तहत शीतकालीन गद्दी के केदारनाथ रवाना करने का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है।


श्री बदरी-केदार मंदिर समिति, वेदपाठियों, हकहकूक धारियों की उपस्थिति में आज सुबह हुई बैठक में तय किया गया कि पांच मई की सुबह ओंकारेश्वर मंदिर से भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली को केदारनाथ के लिए रवाना किया जाएगा। इस दिन यह डोली शाम को गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी और वहीं प्रवास करेगी।
अगले दिन छह मई को डोली गुप्तकाशी से फाटा पहुंचेगी और सात मई को गौरीकुंड, आठ मई को केदारनाथ पहुंचेगी। नौ मई की सुबह सात बजे रीति रिवाज व विधि विधान के अनुरूप केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।

गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने की तिथि पहले से तय रहती है। इन दोनों धामों के मंदिरों के कपाट हर साल अक्षय तृतीय को खोले जाते हैं। इस बार अक्षय तृतीय नौ मई को पड़ रही है। ऐसे में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट नौ मई को खुलने हैं। हालांकि अभी इनके कपाट खुलने का समय तय नहीं किया गया है। वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट 11 मई की सुबह साढ़े चार बजे खुलेंगे।
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