उत्तराखंड: केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों को मिलेगा आशियाना
केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ में आशियाना मिल जाएगा। इसकी जिम्मेदारी नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) को सौंपी गई,जो प्रथम चरण में 44 भवनों का निर्माण कर रहा है।
रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों के लिए अच्छी खबर। अगले यात्रा सीजन से पहले प्रदेश सरकार उन्हें केदारपुरी में आशियाने बनाकर सौंप देगी। फिलहाल 44 भवनों के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। इनमें से अधिकतर के प्रथम तल बनकर तैयार भी हो गए हैं।
आपदा के तीन वर्ष बाद अब केदारपुरी अपनी पुरानी रंगत में नजर आने लगी है। पैदल रास्तों का निर्माण और धाम से मलबा हटाने समेत कई कार्य करने के बाद अब सरकार क्षतिग्रस्त भवनों के पुनर्निर्माण में जुटी है। 2013 की आपदा में तीन सौ से अधिक तीर्थ पुरोहितों के भवन क्षतिग्रस्त हो गए थे। जिससे उन्हें धाम में बेघरों वाली स्थिति में रहना पड़ रहा है। इसी को देखते हुए सरकार ने तीर्थ पुरोहितों के लिए भवनों के निर्माण का भरोसा दिलाया था। इसकी जिम्मेदारी नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) को सौंपी गई। जो प्रथम चरण में 44 भवनों का निर्माण कर रहा है।
पुराने भवनों के नक्शों के अनुसार ही एक मंजिला व दो मंजिला भवन बनाए जा रहे हैं है। बता दें कि धाम में तीर्थ पुरोहितों के लिए तीन सौ से अधिक भवन बनाए जाने हैं। इनके निर्माण में सरकार ही धन खर्च कर रही है। इस बाबत पूर्व में तीर्थ पुरोहितों से अनुबंध किया गया था, जिसके बाद भवनों का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
तीर्थ पुरोहित एवं केदारनाथ नगर पंचायत स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास पोस्ती कहते हैं कि देर से ही सही, लेकिन अब धाम में उनके अपने भवन होंगे। सरकार को इस वर्ष के आखिर तक सभी भवनों का निर्माण कर उन्हें तीर्थ पुरोहितों के सुपुर्द कर देना चाहिए। ताकि वे आगामी यात्रा सीजन की तैयारी कर सकें। उधर, निम के मीडिया प्रभारी देवेंद्र ङ्क्षसह ने बताया कि भवन निर्माण का कार्य तेज गति से हो रहा है। उम्मीद है आने वाले यात्रा सीजन से पहले सभी भवन बनकर तैयार हो जाएंगे।
जल्द ही ये भवन तीर्थ पुरोहितों को सौंप दिए जाएंगे
रुद्रप्रयाग के अपर जिलाधिकारी राहुल गोयल ने बताया कि आपदा में तीर्थ पुरोहितों के भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। उनकी जगह अब नए भवन बनाए जा रहे हैं। जल्द ही ये भवन तीर्थ पुरोहितों को सौंप दिए जाएंगे।पढ़ें:-केदारनाथ यात्रा होगी सुगम, दो नए पैदल मार्ग तैयार