Move to Jagran APP

उत्तरकाशी की रवांई घाटी के इन गांवों में सावन के मेलों की धूम

उत्तरकाशी की रवांई घाटी के 48 गांव में सावन के मेलों की शुरूआत हो गई। ये मेले 12 अगस्त तक चलेंगे।

By BhanuEdited By: Updated: Wed, 10 Aug 2016 07:00 AM (IST)
Hero Image

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: सावन का उल्लास और गांवों में देव डोलियों का नृत्य। साथ ही पारंपरिक लोक नृत्यों की मनोहारी छटा। ऐसा ही कुछ इन दिनों उत्तरकाशी की रवांई घाटी के गांवों में शुरू हो गया है। घाटी के रामा व कमल सिरांई के 48 गांव में सावन के मेलों की शुरूआत हो गई।
ये मेले 12 अगस्त तक चलेंगे। मेले में गांव-गांव में क्षेत्र के ईष्ट देवताओं ओडारू, जखड़ी, सिकारनाग, कालियानाग, कपिल मुनि महाराज, खंडासुरी की डोलियो को नचाया जाएगा। पुरोला क्षेत्र के सावन मेले की शुरुआत क्षेत्र के छाड़ा गांव से शुरू हुई।

पढ़ें-सावन के सोमवार को शिवालयों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
क्षेत्र के मूल रामा व पोरा गांव में ओडारू, जखंडी, कपिल मुनि महाराज की डोलियों के साथ आसपास गांव के महिला, पुरुषों ने मेले में पहुंच कर ईष्ट देवताओं से मन्नते मांगी।

पढ़ें:-केदारनाथ मंदिर इतने सौ सालों तक दबा रहा बर्फ के अंदर, जानने के लिए पढ़ें...
साथ ही डोलियों के साथ परंपरानुसार रासों, तांदी गीतों पर लोग खूब झूमे। मेले के दौरान में घर-घर में ग्रामीणों ने स्थानीय पकवान सौलें, पकोड़े के साथ मेहमानों की खातिरदारी की।
पढ़ें-पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर में गूंजे भोले के जयकारे

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।