उत्तरकाशी की रवांई घाटी के इन गांवों में सावन के मेलों की धूम
उत्तरकाशी की रवांई घाटी के 48 गांव में सावन के मेलों की शुरूआत हो गई। ये मेले 12 अगस्त तक चलेंगे।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: सावन का उल्लास और गांवों में देव डोलियों का नृत्य। साथ ही पारंपरिक लोक नृत्यों की मनोहारी छटा। ऐसा ही कुछ इन दिनों उत्तरकाशी की रवांई घाटी के गांवों में शुरू हो गया है। घाटी के रामा व कमल सिरांई के 48 गांव में सावन के मेलों की शुरूआत हो गई।
ये मेले 12 अगस्त तक चलेंगे। मेले में गांव-गांव में क्षेत्र के ईष्ट देवताओं ओडारू, जखड़ी, सिकारनाग, कालियानाग, कपिल मुनि महाराज, खंडासुरी की डोलियो को नचाया जाएगा। पुरोला क्षेत्र के सावन मेले की शुरुआत क्षेत्र के छाड़ा गांव से शुरू हुई।
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क्षेत्र के मूल रामा व पोरा गांव में ओडारू, जखंडी, कपिल मुनि महाराज की डोलियों के साथ आसपास गांव के महिला, पुरुषों ने मेले में पहुंच कर ईष्ट देवताओं से मन्नते मांगी।
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साथ ही डोलियों के साथ परंपरानुसार रासों, तांदी गीतों पर लोग खूब झूमे। मेले के दौरान में घर-घर में ग्रामीणों ने स्थानीय पकवान सौलें, पकोड़े के साथ मेहमानों की खातिरदारी की।
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