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बंगाल की धरती से मोदी ने दिए तीन सौगात

प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले बंगाल दौरे में शनिवार को कोलकाता पहुंचे नरेंद्र मोदी ने यहां से देशवासियों को तीन बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की सौगात दी।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Sun, 10 May 2015 01:53 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले बंगाल दौरे में शनिवार को कोलकाता पहुंचे नरेंद्र मोदी ने यहां से देशवासियों को तीन बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की सौगात दी। महानगर के नजरूल मंच में शाम छह बजे से आयोजित भव्य कार्यक्रम में पीएम ने जनधन योजना के बाद केंद्र सरकार की तीन महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, जीवन ज्योति बीमा व अटल पेंशन योजना को लांच किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

प्रधानमंत्री ने तीनों योजनाओं के लिए एक-एक व्यक्ति को प्रमाण पत्र देकर इसकी शुरुआत की। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए है और इससे वोट से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर इन योजनाओं के कोलकाता से शुरू करने पर इसे सौभाग्य बताते हुए कहा कि यहां से शुरू होनेवाली योजनाएं हमेशा मुकाम तक पहुंचती है।

पीएम ने कहा कि भारत की अनेकों ऐतिहासिक घटनाओं की प्रेरणा इसी धरती से मिली। परिवर्तन का प्रारंभ इसी धरती से हुई। इसीलिए उन्होंने इस योजनाओं को कोलकाता से लांच करने का फैसला किया। क्योंकि गोखले जी न कहा था बंगाल आज सोचता है और भारत कल। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 60 साल बाद भी देश के 80-90 प्रतिशत लोगों का कोई बीमा नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि अभी भी बंगाल के अधिकतर गांवों में बैंक नहीं है। पीएम ने दीदी की हां में हां मिलाते हुए कहा कि उनकी पीड़ा स्वभाविक है।

उन्होंने कहा कि सीएम को मुझ पर भरोसा है इसीलिए उन्होंने मेरे सामने यह बात उठाई है। पीएम ने आश्वस्त किया कि इस समस्या का समाधान भी उन्हीं के हाथों से होगा और वे इसे करके रहेंगे। पीएम ने कहा कि गरीबों को सहारा नहीं शक्ति की जरूरत है। अपनी सोच, कार्यकलाप व तौर-तरीकों में बदलाव से गरीबों का भला होगा। हम विकास कितना भी क्यों ना करें लेकिन यदि यह गरीब तक नहीं पहुंचा तो अधूरा है। उन्होंने कहा कि गरीबों को गरीबी से लडऩे के लिए हम उनके हाथों में ताकत देना चाहते हैं।

उन्होंने पीएम सुरक्षा बीमा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि 12 रुपये में कफन भी नहीं मिलता लेकिन उनकी सरकार 12 रुपये में दो लाख का बीमा देगी। इसी प्रकार जीवन ज्योति बीमा योजना का भी उन्होंने जिक्र किया।

अटल पेंशन योजना के बारे में उन्होंने कहा कि इससे बुढ़ापे में किसी के पास हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पीएम ने कहा कि पहले 35 लाख लोगों को सात रुपये, 50 रुपये व 100 रुपये पेंशन मिलते थे, लेकिन उनकी सरकार ने न्यूनतम 1000 रुपये पेंशन देने का काम किया। मोदी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार देश के सामान्य लोगों के जीवन में परिवर्तन लाना चाहती है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 60 साल में गरीब बैंक नहीं देखा था लेकिन उन्होंने सवा सौ दिन में 15 करोड़ लोगों का जनधन खाता खोलकर बैंक से जोड़ा। उनका लक्ष्य है कि हर गरीब का बैंक खाता व बीमा हो और बुढ़ापे में पेंशन मिले।

पीएम ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। गैस सब्सिडी में अरबों-खरबों के लीकेज को रोका। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 12 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते में सीधे सब्सिडी भेज रही है।

राज्य व केंद्र कंधे से कंधे मिला कर चलने तो होगा भला : ममता

कोलकाता। नजरूल मंच में शनिवार को केंद्र सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के शुभारंभ के मौके पर प्रधानमंत्री के साथ मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के कंधे में कंधे मिलाकर चलने से ही देश का भला होगा।

सीएम ने कहा कि गरीबों के लिए यह बहुत अच्छी योजना है। उन्होंने पीएम के समक्ष कहा कि आजादी के बाद भी बंगाल के 3000 पंचायतों में से एक हजार पंचायतों में भी बैंक नहीं है।

सीएम ने पीएम के सामने बैंकों के अधिकारियों से प्रत्येक पंचायत में बैंक की शाखा खोलने की मांग की और कहा कि मैं बैंक खोलने के लिए एक रुपये में जगह उपलब्ध कराने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा कंपनियों का काम भी उत्साहजनक नहीं है। ममता ने बैकिंग व बीमा कंपनियों से ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को सेवा मुहैया कराने की अपील की।

मोदी के भाषण के प्रमुख अंश

-एक मई से सात मई तक 5 करोड़ लोगों ने बीमा लिया।

-5.5 करोड़ छोटे कारोबारियों से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिली।

-12 करोड़ से ज्यादा लोगों को सब्सिडी का पैसा सीधे खाते में मिलता है।

-12 रुपये में कफन नहीं मिलता, हमने दो लाख रुपए का बीमा दिया।

-खाते में सीधी सब्सिडी शुरू कर अरबों-खरबों की की चोरी रोकी।

-रवीन्द्रनाथ टैगोर ने 1906 में कहा था समस्याओं से लडऩे के लिए शक्ति चाहिए।

-जन-धन योजना में 125 दिनों में 15 करोड़ लोगों के खाते खुले।

-गरीबों को सहारा नहीं, शक्ति चाहिए।

-हमारी सरकार ने कम से कम 1000 रुपये पेंशन देने की शुरुआत की।

-हर गरीब का बैंक में खाता हो।

-पश्चिम बंगाल के नाम से हिन्दुस्तानी का सिर ऊंचा हो जाता है।

-आज भी 80-90 प्रतिशत लोगों के पास पेंशन और बीमा नहीं।

- लोगों ने 15 करोड़ खातों में 15 हजार 800 करोड़ रुपए जमा करवाए।

-115 जगहों पर योजना की शुरुआत हो रही है।

-आर्थिक विकास का केंद्र रहा है बंगाल।

-पश्चिम बंगाल से परिवर्तन की शुरुआत हुई।

-रवीन्द्रनाथ टैगोर भारत के लिए गर्व।

-ममता को भरोसा है कि गांवों में बैंक मैं ही पहुंचा सकता हूं।

- हम गरीबों को गरीबी से लडऩे की ताकत देना चाहते हैं।

-देश में 10-15 प्रतिशत लोगों को पेंशन का लाभ।

-अटल पेंशन योजना से बुढ़ापे में सहारे की जरूरत नहीं होगी।

-जीवन ज्योति योजना में बीमार लोगों का भी बीमा होगा।

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