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भैंस को अलग रखने की केंद्र की योजना: ममता

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पशु वध संबंधी अधिसूचना को लेकर केंद्र पर फिर निशाना साधा है।

By Preeti jhaEdited By: Updated: Fri, 02 Jun 2017 12:27 PM (IST)
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भैंस को अलग रखने की केंद्र की योजना: ममता

कोलकाता, [राज्य ब्यूरो] । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पशु वध संबंधी अधिसूचना को लेकर केंद्र पर फिर निशाना साधा है। गुरुवार को हुगली जिले के तारकेश्वर में प्रशासनिक बैठक से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा-‘केंद्र इस अधिसूचना से भैंसों को अलग रखने की योजना बना रहा है।

भाजपा से जुड़े कुछ लोग भैंसों के मांस के कारोबार में शामिल हैं इसलिए भैंसों के वध की अनुमति देने की तैयारी की जा रही है।’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब तो किसानों को भी मवेशियों के साथ देखने पर उनकी हत्या की जा रही है। भाजपा को सिर्फ 29 फीसद वोट मिले हैं लेकिन वह पूरे देश के लोगों पर हमला बोल रही है। कौन क्या खाएगा और क्या पहनेगा, यह निर्णय लेने वाली वह कौन है? यह व्यक्तिगत पसंद का मामला है।

दंगा रोकने का सख्त निर्देश:

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह (भाजपा) ब्रांडेड है। सड़कों पर तलवार (रामनवमी जुलूस के दौरान) चमका कर सांप्रदायिक उन्माद पैदा करती है। भाजपा राम नाम को बदनाम कर रही है। भाजपा के लोग असल हिंदू नहीं है। वह विदेशी संस्कृति का आयात कर रही है।

मुख्यमंत्री ने दंगा करने वाले दोनों पक्षों की पिटाई करने का पुलिस को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि उनसे सख्ती से निपटना होगा। उसके बाद जो होगा, वह देख लेंगी। कानून व्यवस्था राज्य का विषय है।

कई विकास परियोजनाओं की घोषणा:

मुख्यमंत्री ने हुगली जिले के लिए कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की और दर्जनों परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने प्रफुल्ल सेन के नाम पर मेडिकल कॉलेज और जिले में ग्रीन यूनिवर्सिटी खोलने का एलान किया। तारकेश्वर मंदिर की मरम्मत और सौंदर्यीकरण के लिए 5 करोड़ रुपये मंजूर किए। इस बाबत उन्होंने शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम की अध्यक्षता में तारकेश्वर विकास बोर्ड गठित किया। चंदननगर के लिए पुलिस कमिश्नरेट तथा वहां लाइंटिंग हब बनाने की घोषणा की।

नोटबंदी पर फिर किया सवाल:

मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी से जीडीपी दर में गिरावट आई है। बहुत से लोगों की नौकरी चली गई। राज्य में भी बहुत से लोग बेरोजगार हो गए। राज्य सरकार नोटबंदी से बेरोजगार हुए लोगों को 50 हजार रुपये की मदद दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आइसीडीएस के तहत राज्य को मिलने वाले फंड को केंद्र ने रोक दिया है। राज्य सरकार अपने खर्च से आइसीडीएस और आशा कर्मियों को भुगतान करती है।

सरकार की आय 40 हजार करोड़ है और सारे रुपये केंद्र कर्ज और सूद के रूप में वसूल ले रहा है। सारी आय केंद्र ले लेगा तो राज्य का काम कैसे चलेगा? अभी तक सभी लोगों का आधार कार्ड नहीं बना है लेकिन केंद्र गाय का आधार कार्ड बनाने जा रहा है।

सर्व धर्म समभाव में विश्वास:

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सर्व धर्म समभाव में विश्वास रखती है लेकिन भाजपा राज्य का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ रही है। माकपा आंदोलन के नाम पर ¨हसा फैला रही है और भाजपा धार्मिक कार्यक्रमों में तलवार निकालकर सांप्रदायिकता फैला रही है। राज्य के घरों में सभी तरह की पूजा होती है। सभी धर्म के लोग यहां अपना पर्व त्योहार मनाते हैं लेकिन भाजपा ने धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का खेल शुरू किया है।

तारकेश्वर मंदिर गईं ममता:

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को जिले में प्रशासनिक बैठक से पहले आम लोगों के साथ तारकेश्वर मंदिर जाकर बाबा तारकनाथ के दर्शन किए। वे दोपहर के वक्त मंदिर पहुंची और आम लोगों के साथ ही मंदिर में प्रवेश किया। ममता को देखने के लिए वहां भारी भीड़ लग गई थी।

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