Move to Jagran APP

अमेरिका में कातिल नर्स को 780 साल की सजा! मरीजों से करती थी नफरत, 22 मामलों में पाई गई दोषी

अमेरि‍का के पेंसिल्वेनिया में 41 साल की नर्स हीदर प्रेसडी को हत्या के तीन और हत्या के प्रयास के 19 मामलों में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। अमेरिकी ने तीन साल तक कई मरीजों को जान से मारने के प्रयास में उन्हें इंसुलिन की जानलेवा डोज दिया था। दोषी नर्स को शनिवार को 380-760 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है।

By Jagran News Edited By: Prateek Jain Published: Sat, 04 May 2024 01:31 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2024 01:31 PM (IST)
अमेरि‍का के पेंसिल्वेनिया की 41 वर्षीय नर्स हीदर प्रेसडी को हत्‍या के लिए दोषी पाया गया। फोटो-attorneygeneral.gov

डिजिटल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। अमेरि‍का के पेंसिल्वेनिया में 41 साल की नर्स हीदर प्रेसडी को हत्या के तीन मामलों और हत्या के प्रयास के 19 मामलों में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।

loksabha election banner

अमेरिकी ने तीन साल तक कई मरीजों को जान से मारने के प्रयास में उन्हें इंसुलिन की जानलेवा डोज दिया था। दोषी नर्स को शनिवार को 380-760 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। अदालत को बताया गया कि वह 2020 और 2023 के बीच पांच स्वास्थ्य सुविधाओं में कम से कम 17 मरीजों की मौत के लिए जिम्मेदार थी।

प्रेसडी पर 22 मरीजों को अत्यधिक मात्रा में इंसुलिन देने का आरोप था, जिनमें कुछ ऐसे भी थे जो डायबिटिक नहीं थे। ज्‍यादातर मरीजों की डोज लेने के तुरंत बाद या कुछ समय बाद मौत हो गई थी। पीड़ितों की उम्र 43 से 104 साल थी।

पिछले साल मई में शुरू हुई थी जांच

पिछले वर्ष मई की शुरुआत में नर्स पर दो मरीजों की हत्या का आरोप लगाया गया था और उसके बाद हुई पुलिस जांच में प्रेसडी के खिलाफ कई अन्य आरोप लगाए गए।

पूर्व में सहकर्मियों ने उसके आचरण की आलोचना करते हुए कहा था कि वह अपने मरीजों को नफरत भरी निगाहों से देखती है और अक्सर उनके बारे में गलत कमेंट करती है।

मां से करती थी मरीजों को नुकसान पहुंचाने की बात

अपनी मां को लिखे टेक्स्ट मैसेज में प्रेसडी ने मरीजों, सहकर्मियों और यहां तक कि रेस्‍टोरेन्‍ट में मिले लोगों के साथ अपनी नाखुशी का जिक्र करती थी। वह अक्सर उन्हें नुकसान पहुंचाने के बारे में भी बात करती थी।

सुनवाई के दौरान अदालत में उसने खुद को दोषी बताया। जब प्रेसडी के एक वकील ने पूछा कि उसने खुद दोषी क्यों बताया? तो प्रेसडी ने जवाब दिया था, “क्योंकि मैं दोषी हूं।”

प्रेसडी ने 2018 से 2023 तक कई नर्सिंग होम में काम किया, उसका लाइसेंस प्रारंभिक आरोपों के बाद निलंबित कर दिया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.