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भारत ने पाकिस्तान को बताया टेररिस्तान, कहा- जम्‍मू कश्‍मीर हमारा है

संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत की पहली सचिव इनम गंभीर ने पड़ोसी देश पाक पर हमला करते हुए इसे 'टेररिस्‍तान' बताया।

By Monika MinalEdited By: Updated: Fri, 22 Sep 2017 06:45 PM (IST)
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भारत ने पाकिस्तान को बताया टेररिस्तान, कहा- जम्‍मू कश्‍मीर हमारा है

जेनेवा (एएनआई)। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में शुक्रवार को भारत ने पाकिस्‍तान पर पलटवार किया और कहा कि छोटे से इतिहास में ही यह आतंक का पर्याय बन गया है। यह प्रतिक्रिया तब आयी है जब पाकिस्‍तान ने भारत को उसके खिलाफ आतंकवाद का दोषी बताया।

संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत की प्रथम सचिव इनम गंभीर ने पड़ोसी देश पाक पर हमला करते हुए कहा, ‘इसके छोटे से इतिहास में पाकिस्‍तान आतंक का पर्याय बन गया है। यहां की जमीन अब शुद्ध तरीके से आतंक का हो गया है। पाकिस्‍तान अब टेररिस्‍तान है, जहां से व्‍यापक तौर पर आतंकवाद का निर्यात हो रहा है।‘उन्‍होंने पाक को आतंकियों के लिए स्‍वर्ग बताते हुए चेताया कि पाक को यह समझ जाना चाहिए की जम्‍मू कश्‍मीर भारत का अभिन्‍न अंग है।

उन्‍होंने आगे बताया कि सबको पता है पाकिस्‍तान अब आतंक का दूसरा नाम है। यहां आतंकी फलते फूलते हैं पाक में आतंकियों को पालने के लिए विदेशी मदद दी जाती है। उन्‍होंने कहा, यहां विदेशी मदद का इस्‍तेमाल आतंकियों पर किया जाता है।

भारत ने पाक को करारा जवाब देते हुए कहा, ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर जैसे आतंकियों को पनाह देने वाला पाकिस्‍तान खुद को पीड़ित बताता है। जिस देश के नाम का अर्थ पवित्र भूमि है वह पूरी तरह आतंकियों की धरती बन गया है। भारत में मानवाधिकार की रक्षा के लिए उसने भाषण भी दिया। जिसकी हालत खुद खराब हो उससे दुनिया लोकतंत्र और मानवाधिकारों का पाठ नहीं पढ़ना चाहती है।

भारत ने पाकिस्‍तान को मानवाधिकारों पर सलाह भी दी और कहा कि मानवाधिकारों के संरक्षण पर भारत को सीख देने से पहले अपने देश को संभाल ले। इनम गंभीर ने कहा, ‘दुनिया को लोकतंत्र और मानवाधिकारों से जुड़े पाठ वैसे देश से लेने की आवश्‍यकता नहीं जिसकी खुद की स्‍थिति बदतर है।‘  

भारत पर पाक का निशाना

उल्‍लेखनीय है कि इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने संयुक्‍त राष्ट्र में भारत पर निशाना साधते हुए कहा था कि कश्मीर में लोगों के संघर्ष को भारत द्वारा कुचला जा रहा है। भारत पर उनके देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए अब्‍बासी ने संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर के लिए विशेष दूत नियुक्त करने का अनुरोध किया।

अब्बासी ने कहा कि कश्मीर विवाद को शांतिपूर्ण और उचित तरीके से सुलझाना चाहिए। चूंकि भारत, पाकिस्तान के साथ शांति प्रक्रिया बहाल करने का इच्छुक नहीं है तो हम सुरक्षा परिषद से जम्मू कश्मीर पर उसके घोषणापत्र को लागू करने के दायित्वों को पूरा करने का अनुरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक भारत-पाकिस्तान सीमा पर 600 से ज्यादा बार संघर्षविराम उल्लंघन होने के बावजूद पाकिस्तान ने संयम के साथ कार्रवाई की है।

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