पाकिस्तान में बेकाबू हो रहा कोरोना, चिंता में परेशान सरकार और लोग हो रहे लापरवाह
पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के मामलों में जबरदस्त तेजी दर्ज की जा रही है। सरकार के मुताबिक एक सप्ताह के अंदर ही इसमें 7 फीसद से अधिक की तेजी दर्ज की गई है। वहीं सरकार लगातार लोगों को इसके प्रति आगाह कर रही है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Sun, 18 Apr 2021 10:48 AM (IST)
इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान में कोरोना महामारी लगातार बेकाबू होती जा रही है। सरकार इसको लेकर परेशान हो रही है। पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण की मौजूदा दर 7.6 फीसद तक पहुंच गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 15 फरवरी 2021 को पाकिस्तान में एक ही दिन में 958 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए थे, वहीं अब ये बढ़कर 4976 तक जा पहुंचे हैं। देश में कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 750158 तक जा पहुंचे हैं। इनमें सात दिनों के दौरान करीब साढ़े तीन फीसद का इजाफा दर्ज किया गया है। इसी तरह से देश में अब तक 654956 मरीज ठीक हुए हैं और 16094 मरीजों की मौत कोरोना संक्रमित होने की वजह से हो चुकी है। सिंध में 31 जनवरी के बाद से सबसे अधिक कोरोना संक्रमित मरीज एक ही दिन में सामने आए हैं।
गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विशेष सचिव डॉक्टर फैसल सुल्तान ने कहा था कि लोग कोविड-19 महामारी को लेकर लापरवाह हो रहे हैं। इसकी वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उनके मुताबिक लोग सरकार के बताए दिशा-निर्देशों को नहीं मान रहे हैं और सड़कों पर बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं। यही हाल बाजारों का भी है। इसकी वजह से देश में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ी है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में फरवरी 2021 की शुरुआत में सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन की शुरुआत की थी। ये शुरुआत चीन की वैक्सीन सिनोविक की करीब 5 लाख खुराक फ्री में मिलने के बाद हुई थी। पाकिस्तान का वैक्सीनेशन प्रोग्राम दरअसल, अन्य देशों द्वारा दान में मिली वैक्सीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोवैक्स योजना पर टिका हुआ है।
कोवैक्स योजना के तहत विश्व स्वास्थ्य संगठन करीब 170 से अधिक देशों में वैक्सीन सप्लाई करेगा। इसकी शुरुआत अफ्रीकी देश घाना से हो चुकी है। हालांकि इस स्कीम के तहत पाकिस्तान को वैक्सीन पाने में अभी कुछ समय और लग सकता है। इसकी वजह वैक्सीन के उत्पादन में आई कमी है। कोवैक्स के तहत मुहैया करवाई जाने वाली वैक्सीन का कुछ ही जगहों पर उत्पादन हो रहा है। उस पर विदेशों में लगे कई तरह के प्रतिबंधों की वजह से इसके उत्पादन में देरी हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इसको लेकर कई बार पूरी दुनिया को आगाह कर चुका है।
मार्च के अंत में कहा गया था कि पाकिस्तान कोरोना वैक्सीन की करीब 70 लाख खुराक चीन से खरीदेगा। इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था कि वो कोरोना वैक्सीन की कोई खुराक नहीं खरीदेगा। सरकार की तरफ से कहा गया था कि उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान के मित्र देश उन्हें वैक्सीन दान में मुहैया करवाएंगे और इससे देश में हर्ड इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद मिल सकेगी। सरकार की तरफ से यहां तक कहा गया था कि इसके लिए 70-90 फीसद लोगों को वैक्सीन देनी होगी।
सरकार के मुताबिक पाकिस्तान को अप्रैल के शुरुआत में चीन से पांच लाख कोरोना वैक्सीन की खुराक की खेप हासिल हुई थी, जिसमें सिनोफार्म वैक्सीन की खुराक थी। इसके अलावा चीन की केनसीना वैक्सीन की 60 हजार खुराक भी पाकिस्तान को हासिल हो चुकी हैं। पाकिस्तान में अब तक कोरोना वैक्सीन की आठ लाख खुराक दी जा चुकी हैं। इन्हें पाने वालों में सीनियर सिटीजन के अलावा हेल्थवर्कर्स शामिल थे। अब पाकिस्तान में 50-59 वर्ष की आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जानी है। नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक 21 अप्रैल से इसकी शुरुआत होगी।