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करतारपुर जाने में पाकिस्‍तान ने सिख श्रद्धालुओं को दस दिन की पूर्व सूचना से राहत दी, 30 नवंबर तक ही छूट

पाकिस्तान ने गुरु नानक देव के 552वें जन्मशती समारोह के अवसर पर भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए दस दिन पहले से सूचित करने की शर्त में छूट दे दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 19 Nov 2021 07:37 PM (IST)
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पाकिस्तान ने भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को दस दिन पहले सूचित करने की शर्त में छूट दी है।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। गुरु नानक देव के 552वें जन्मशती समारोह के अवसर पर पाकिस्तान ने भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए दस दिन पहले से सूचित करने की शर्त में छूट दे दी है। हालांकि भारत के साथ लगाई गई इस शर्त में यह छूट अस्थाई है और केवल तीस नवंबर तक ही लागू होगी। इस बीच, 240 से अधिक सिख श्रद्धालु भारत से पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब पहुंचे हैं।

जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला भारतीय सिख श्रद्धालुओं की भावनाओं को देखते हुए लिया है। ध्यान रहे कि भारत ने हाल ही गुरुद्वारा दरबार साहिब के समारोहों से पूर्व करतारपुर कारिडोर को खोलने का फैसला लिया है।

रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने भारतीय सिखों को यह सुविधा केवल 30 नवंबर तक के लिए दी है। साथ ही भारत सरकार से यह उम्मीद भी की है कि वह एक दिसंबर से फिर से इन शर्तों का पालन पूर्ववत करती रहेगी।

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के अनुसार दस दिन पहले ही सिख श्रद्धालुओं का ब्योरा देना होगा ताकि यात्रा संबंधी क्लीयरेंस दिया जा सके। ध्यान रहे कि करतारपुर कारिडोर चार किलोमीटर से अधिक लंबा है और पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब और भारत में गुरुदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक को आपस में जोड़ता है।

कोविड-19 के संक्रमण के चलते पिछले साल मार्च में इस यात्रा को बंद कर दिया गया था। बताया जाता है कि गुरु नानक देव के 552वें जन्मशती समारोह के अवसर भारत से 2500 से अधिक सिख श्रद्धालु पहुंचे हैं। जबकि करतारपुर कारिडोर से गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जाने वाले 240 से अधिक सिख श्रद्धालु हैं।