पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मुश्किल में घिरे इमरान खान को दिखाई आंख, जुर्माना भी लगाया, जानें क्या है पूरा मामला
पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) 31 मार्च को प्रांत के 18 जिलों में होने वाले खैबर-पख्तूनख्वा में स्थानीय सरकार के चुनाव के दूसरे चरण को यह कहते हुए टालने पर विचार कर रही है कि जिलों में चुनाव आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन किया जा रहा है।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sat, 19 Mar 2022 05:38 PM (IST)
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग (Election Commission of Pakistan, ECP) ने इमरान खान पर जुर्माना लगा दिया है। ईसीपी ने खैबर पख्तूनख्वा (KP) के लोअर दीर में एक सार्वजनिक सभा आयोजित करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। एआरवाइ न्यूज ने शुक्रवार को बताया कि पाकिस्तान चुनाव आयोग के जिला निगरानी अधिकारी ने इमरान खान को 22 मार्च तक बैंक चालान जमा करने का निर्देश दिया है। इमरान खान ने 11 मार्च को लोअर दीर में जनसभा की थी।
चित्राल में चुनाव प्रचार के लिए ईसीपी के अधिकारी ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक वजीर जादा के खिलाफ भी 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है।ईसीपी प्रवक्ता के अनुसार प्रांतीय विधानसभा (MPA) के केपी सदस्य अधिकारी के सामने पेश हुए, लेकिन अधिकारी को संतोषजनक जवाब देने में विफल रहे। जुर्माना लगाने के बाद वजीर ने एक बयान में कहा कि ईसीपी का फैसला गलत था और वह इसके खिलाफ अपील करेंगे।
इमरान खान की रैली को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने बताया था अनुचितबता दें कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को 11 मार्च को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की रैली को अनुचित कहा था। साथ ही रैली में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) के नोटिस को निलंबित करने की उनकी और योजना और विकास मंत्री असद उमर की याचिका को खारिज कर दिया था।
इमरान समेत इन लोगों के खिलाफ जारी हुआ नोटिस
चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के बाद ईसीपी ने केपी के स्थानीय सरकार के चुनाव से पहले लोअर दीर में रैली में भाग लेने के लिए इमरान खान, केपी गवर्नर शाह फरमान, केपी सीएम महमूद खान और अन्य को नोटिस जारी किया है।चुनाव आचार संहिता का हो रहा गंभीर उल्लंघनइस बीच, ईसीपी 31 मार्च को प्रांत के 18 जिलों में होने वाले खैबर-पख्तूनख्वा में स्थानीय सरकार के चुनाव के दूसरे चरण को यह कहते हुए टालने पर विचार कर रही है कि जिलों में चुनाव आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन किया जा रहा है।
आयोग जल्द ही स्थानीय सरकार के चुनाव कराने के बारे में करेगा फैसलाद एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ईसीपी का मानना है कि जिस क्षेत्र में चुनाव होंगे, उस क्षेत्र में खेल का मैदान खराब हो गया था और आयोग जल्द ही स्थानीय सरकार के चुनाव कराने के बारे में फैसला करेगा। अलग से ईसीपी ने इमरान खान को प्रांत के मलकंद जिले के अपने नियोजित दौरे के साथ आगे बढ़ने से भी रोक दिया है।