जानें कौन है पीएम इमरान खान के चहेते जफर मिर्जा जिसे हटाने का सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को उनके सलाहकार जफर मिर्जा को तुरंत हटाने का आदेश दिया है।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 14 Apr 2020 01:39 AM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री इमरान खान के चहेते और स्वास्थ्य मामलों के सलाहकार जफर मिर्जा को हटाने का निर्देश दिया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों में माहौल काफी गरम हो गया है। कोर्ट ने ये आदेश देश में बढ़ते कोरोना संकट पर हुई सुनवाई के दिया है। कोर्ट ने इस मामले पर इमरान सरकार की जमकर खिंचाई भी की। आपको बता दें कि इस महामारी से निपटने में इमरान सरकार पर लापरवाही बरतने के आरोप लगातार लग रहे हैं।
जफर मिर्जा की निगरानी में ही इसकी कवायद हो रही है। वही देश में इसके इंतजाम और तमाम चीजों के लिए जिम्मेदार भी ठहराए गए हैं। खुद पीएम इमरान खान कई बार उनका जिक्र कर चुके हैं। हालांकि हर बार उन्होंने ये भी कहा कि वो पूरी शिद्दत के साथ अपने काम को अंजाम दे रहे हैं।
जफर मिजा वही शख्स हैं जिन्होंने सार्क देशों की उस बैठक में पाकिस्तान के पीएम की जगह हिस्सा लिया था जिसकी पहल पीएम नरेंद्र मोदी ने की थी। ये बैठक सार्क देशों में कोरोना वायरस के प्रकोप को बढ़ने से रोकने के लिए बुलाई गई थी लेकिन इसमें इमरान खान को छोड़कर सभी देशों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया था। जफर मिर्जा इस बैठक में बिना किसी रोड़मैप के बैठे नजर आए थे। अलबत्ता उन्होंने इसमें भी अपना कश्मीर राग जरूर अलापा था जिसको लेकर भारत ने कड़ी नाराजगी जताई थी। हालांकि इसके बाद भी पाकिस्तान ने कश्मीर राग अलापना बंद नहीं किया है। लेकिन सार्क देशों की बैठक सिर्फ कश्मीर पर नहीं थी और ये एक ऐसी बड़ी महामारी को लेकर थी जिसका सामना आज पाकिस्तान और भारत दोनों ही कर रहे हैं।
बहरहाल आपको बता दें कि पीएम इमरान खान ने जब देश के नाम अपना संदेश दिया था तब उन्होंने कहा था कि ईरान से आने वाले श्रद्धालुओं में कई इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं लेकिन सीमा पर जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं नहीं हैं इसलिए इन्हें सीमा से सैकड़ों किमी दूर ले जाकर इनकी जांच करवाई जा रही है। इसका जिम्मा पीएम इमरान खान ने मिर्जा पर ही छोड़ा था जिन्होंने वहां से लौटकर अपनी रिपोर्ट भी पीएम को दी थी। इतना ही नहीं उन्होंने इमरान खान को एक रिपोर्ट भी सौंपी थी जिसमें वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की खामियों के बारे में बताया गया था। इन सभी का जिक्र इमरान ने अपने भाषण में किया था। इसी दौरान उन्होंने बलूचिस्तान का भी जिक्र किया था जहां की भी स्वास्थ्य सुविधाएं खस्ता बताई गई थीं।
जफर मिर्जा दो वर्ष की इस सरकार में इमरान के काफी करीबी बन कर सामने आने वाले कुछ चेहरों में से एक हैं। लेकिन अब जबकि कोर्ट ने उन्हें हटाने का आदेश दिया तो इमरान सरकार इसकी वजह से मुश्किल में आ गई है। इस फैसले के बाद पीएम इमरान खान ने कोरोना वायरस की स्थिति समीक्षा को लेकर अपने मंत्रियों की बैठक बुलाई। है। उधर, पाकिस्तान में घातक कोरोना वायरस के 334 नए मामले सामने आने के बाद देश में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 5,478 हो गई है। इसकी वजह से पंजाब प्रांत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। यहां पर कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 2656 तक पहुंच गई है। वहीं सिंध में 1452, बलूचिस्तान में 231, खैबर पख्तून्ख्वां में 744, गिलगिट बाल्टिस्तान में 224, इस्लामाबाद में 131 और गुलाम कश्मीर में 40 मरीज सामने आ चुके हैं।
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