पुतिन और बाइडन किसी भी समय कर सकते हैं काल या मीटिंग, शिखर सम्मेलन की नहीं है योजना
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन को लेकर तनाव बढ़ रहा है लेकिन राजनयिक संपर्क सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि पुतिन जल्द ही रूस की सुरक्षा परिषद के विशेष सत्र को संबोधित करेंगे।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Mon, 21 Feb 2022 04:09 PM (IST)
मास्को, रायटर। रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादियों और यूक्रेनी सैनिकों के बीच गोलीबारी की घटनाएं हो रही हैं। वहीं, क्रेमलिन ने सोमवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके अमेरिकी समकक्ष जो बाइडन किसी भी समय काल या मीटिंग कर सकते हैं लेकिन शिखर सम्मेलन के लिए अभी तक कोई ठोस योजना नहीं है। क्रेमलिन का कहना है कि पुतिन और बाइडन के बीच शिखर सम्मेलन आयोजित करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि पेरिस ने यूक्रेन पर तनाव को शांत करने के लिए एक बैठक की संभावना की घोषणा की थी। साथ ही क्रेमलिन के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा कि किसी भी तरह के शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी विशेष योजना के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी।
पुतिन जल्द ही रूस की सुरक्षा परिषद के विशेष सत्र को करेंगे संबोधितक्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि यूक्रेन को लेकर तनाव बढ़ रहा है, लेकिन राजनयिक संपर्क सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि पुतिन जल्द ही रूस की सुरक्षा परिषद के विशेष सत्र को संबोधित करेंगे। पेसकोव ने बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन द्वारा कहा गया था कि पुतिन और बाइडन यूक्रेन संकट पर एक शिखर सम्मेलन के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत थे।
अमेरिका और उसके सहयोगी देश कई दिनों से चेतावनी दे रहे हैं कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर आक्रमण कर सकता है, जो मास्को शुरू से इसे इन्कार करते आया है।अमेरिकियों को अमेरिकी दूतावास की चेतावनी को क्रेमलिन ने बताया असामान्य
पेसकोव ने कहा कि अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट है कि रूस ने आक्रमण के बाद कब्जा करने या मारने के लिए यूक्रेनियन की एक सूची तैयार की थी, जो बिल्कुल झूठ थी। उन्होंने रूस में अमेरिकियों को अमेरिकी दूतावास की चेतावनी को अत्यधिक असामान्य बताया कि यदि आवश्यक हो तो उन्हें देश छोड़ने की योजना तैयार करनी चाहिए।
बता दें कि रविवार को सुरक्षा अलर्ट में मीडिया सूत्रों के हवाले से कहा गया कि मास्को, सेंट पीटर्सबर्ग और रूस-यूक्रेन सीमा के पास के इलाकों सहित शापिंग सेंटर, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर हमले की धमकी दी गई थी।