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Russia Ukraine War: राष्‍ट्रपति पुतिन के आदेश के बाद बढ़ा यूक्रेन पर न्‍यूक्लियर अटैक का खतरा, जानें- रूस के पास कितना बड़ा है परमाणु हथियारों का जखीरा

Russia Ukraine Crisis रूस के राष्‍ट्रपति ने अपने डिफेंस चीफ से यूक्रेन पर परमाणु हमला करने के लिए तैयार रहने को कहा है। उन्‍होंने न्‍यूक्लियर फोर्स को भी हाई अलर्ट पर रखा है। रूस के पास करीब छह हजार परमाणु हथियार हैं।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 01 Mar 2022 07:51 AM (IST)
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रूस के पास है परमाणु हथियारों को बड़ा जखीरा
नई दिल्‍ली (एएफपी)। रूस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। यूक्रेन पर लगातार परमाणु हमले का संकट भी मंडराता दिखाई दे रहा है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर परमाणु हमले के लिए अपनी फोर्स को तैयार रहने का आदेश दिया है। एएफपी के मुताबिक उन्‍होंने इसके लिए अपने रक्षा मंत्री और डिफेंफ चीफ को आदेश दिया है। इस आदेश में उन्‍होंने डिफेंस चीफ को न्‍यूक्लियर फोर्स को हाई अलर्ट पर रखने को कहा है। इसके अलावा उन्‍होंने पश्चिमी देशों पर रूस के खिलाफ लिए गए फैसलों के लिए आरोप लगाए हैं। आपको बता दें कि रूस विश्‍व में पहला ऐसा देश है जिसके पास सबसे अधिक परमाणु हथियार हैं।

एफपी ने फेडरेशन आफ अमेरिकन साइटिस्‍ट के हवाले से बताया है कि परमाणु हथियार रखने वाले नौ देशों में रूस के पास सबसे अधिक परमाणु हथियार हैं। इसके मुताबिक रूस के पास 5977 परमाणु हथियार हैं जबकि अमेरिका के पास कुल 5428 परमाणु हथियार मौजूद हैं। वहीं इस लिस्‍ट में तीसरे नंबर पर शामिल चीन के पास करीब 350 परमाणु हथियार हैं। इसके बाद चौथे नंबर पर फ्रांस का नंबर आता है जिसके पास कुल 290 परमाणु हथियार हैं। पांचवें नंबर पर शामिल ब्रिटेन के पास करीब 225 न्‍यूक्लियर वैपंस मौजूद हैं। छठे नंबर पर शामिल पाकिस्‍तान के पास 165 और सातवें नंबर पर शामिल भारत के पास 160 परमाणु हथियार हैं। इसके बाद इजराइल के पास 90 और उत्‍तर कोरिया के पास करीब 20 परमाणु हथियार मौजूद हैं।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का पांचवा दिन है और तीसरे दिन ही रूस ने साफ कर दिया था कि यदि पश्चिमी देश उसकी राह में रोड़े अटकाएंगे तो वो यूक्रेन पर परमाणु हमला करने से भी पीछे नहीं हटेगा। अब व्‍लादिमीर पुतिन के ताजा आदेश के बाद इसकी संभावना काफी बढ़ गई है। दुनिया अब तक जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए एटम बम की दुखद घटना को भूल नहीं सकी है। इसके बाद राष्‍ट्रपति पुतिन के आदेश ने सभी की धड़कनें बढ़ा दी हैं।