Move to Jagran APP

Maharashtra : 20 साल बाद संजय निरुपम की होगी शिवसेना में घर वापसी, सीएम शिंदे की मौजूदगी में थामेंगे पार्टी का दामन

कांग्रेस से निष्कासित संजय निरुपम मुख्यमंत्री एकनाथ ¨शदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में जल्द शामिल होंगे। निरुपम 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया। वह शिवसेना (अविभाजित) में विभिन्न पदों पर वर्षों तक काम कर चुके हैं। कांग्रेस ने पिछले महीने निरुपम को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के लिए छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Published: Wed, 01 May 2024 11:30 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2024 11:30 PM (IST)
संजय निरुपम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में जल्द शामिल होंगे

 पीटीआई, मुंबई। कांग्रेस से निष्कासित संजय निरुपम मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में जल्द शामिल होंगे। निरुपम 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए और उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया।

loksabha election banner

2017 में कांग्रेस से दे दिया था इस्तीफा

उन्होंने 2009 के चुनावों में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट जीती। इसमें उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता राम नाइक को मामूली अंतर से हराया। हालाँकि, 2014 में उन्हें उसी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के गोपाल शेट्टी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। मुंबई नगर निकाय के 2017 के चुनावों में पार्टी की हार के बाद निरुपम ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

वह शिवसेना (अविभाजित) में विभिन्न पदों पर वर्षों तक काम कर चुके हैं। कांग्रेस ने पिछले महीने निरुपम को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों के लिए छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शिवसेना पदाधिकारियों की बैठक के बाद कहा कि संजय निरुपम जल्द ही शिवसेना में शामिल होंगे।

बाल ठाकरे ने उन्हें 1996 में राज्यसभा भेजा

मूल रूप से बिहार के रहने वाले निरुपम ने 1990 के दशक में पत्रकारिता के माध्यम से राजनीति में प्रवेश किया। इसके बाद बाल ठाकरे के समय संजय निरुपम शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक बने। उनके काम से प्रभावित होकर शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे ने उन्हें 1996 में राज्यसभा भेजा।

हालाँकि, उन्हें तब झटका लगा जब 2005 में उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में पद छोड़ने के लिए कहा गया। इसके बाद मदभेद बढ़ गए और निरुपम ने शिवसेना का साथ छोड़ दिया और कांग्रेस का दामन थाम दिया। वहीं, अब उनको कांग्रेस ने पिछले महीने निष्कासित कर दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.