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Vaishakh Shani Jayanti 2024: शनि जयंती पर करें ये खास उपाय, शनि दोष के साथ समाप्त होंगे सभी संकट

शनि जयंती (Shani Jayanti 2024) का दिन बेहद कल्याणकारी माना जाता है। शनिदेव को सेवा और व्यापार आदि कर्मों का स्वामी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जहां भी शनिदेव सीधी दृष्टि डालते हैं वहां उथल-पुथल मच जाती है। इस बार शनि जयंती 8 मई को मनाई जाएगी तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Published: Thu, 02 May 2024 11:40 AM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 11:40 AM (IST)
Vaishakh Shani Jayanti 2024: शनि जयंती के खास उपाय

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vaishakh Shani Jayanti 2024: भगवान सूर्य और छाया के पुत्र शनि को कर्म और न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि वे अच्छे कर्म करने वालों से सदैव प्रसन्न रहते हैं और बुराई के मार्ग पर चलने वाले लोगों को दंडित करते हैं। शनि जयंती का दिन, जिसे श्री शनैश्चर जन्म दिवस के रूप में भी जाना जाता है। यह दिन भगवान शनि को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन को लेकर लोगों की अपनी-अपनी मान्यताएं और कथाएं प्रचलित हैं।

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वहीं, ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कई सारे उपाय बताए गए हैं, जो बहुत असरदार हैं, तो आइए उनके बारे में जानते हैं -

शनि जयंती के खास उपाय

सरसों के तेल का दीपक जलाएं

शनि जयंती के दिन 5 सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के समक्ष जलाएं। इसके बाद पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें। फिर शनि चालीसा का पाठ गाकर करें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होंगे और उनका आशीर्वाद आपको सदैव के लिए प्राप्त होगा। ऐसा कहा जाता है यह उपाय शाम के समय करने पर ज्यादा फलदायी साबित होगा। इसलिए इसको शाम के समय ही करें।

शमी के पौधे पर चढ़ाएं यह चीज

शनि जयंती के दिन शमी के पौधे पर तिल का तेल चढ़ाएं। इसके बाद उसके सामने उसी तेल का दीपक जलाएं। इस उपाय को करने से शनि दोष समाप्त होता है। ऐसा माना जाता है इस उपाय को करने से कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होगी। इसके अलावा उनका आशीर्वाद हमेशा आपके ऊपर बना रहेगा, क्योंकि शमी का पौधा उनका प्रिय पौधा है।

जल में प्रवाहित करें ये चीजें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि जयंती के दिन सबसे पहले भगवान शनि का ध्यान करें। इसके बाद एक काले कपड़े में अक्षत और शमी की कुछ पत्तियां बांधकर रख दें। फिर उस पोटली को बहते हुए जल में प्रवाहित करें। ऐसा कहा जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन में आने वाले संकटों का अंत होता है। साथ ही घर की सारी विपदाएं दूर होती हैं।

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डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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