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Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी पर 'धृति' योग समेत बन रहे हैं ये 4 अद्भुत संयोग, प्राप्त होगा अक्षय फल

यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही चतुर्थी व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से साधक के सकल काज सिद्ध होते हैं। साथ ही आय और आयु में वृद्धि होती है। ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी पर कई मंगलकारी शुभ योग बन रहे हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Thu, 02 May 2024 02:47 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2024 02:47 PM (IST)
Vinayak Chaturthi 2024: विनायक चतुर्थी पर 'धृति' योग समेत बन रहे हैं ये 4 अद्भुत संयोग

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Vinayak Chaturthi 2024: हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस तरह वैशाख माह की चतुर्थी 11 मई को है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही चतुर्थी व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से साधक के सकल काज सिद्ध होते हैं। साथ ही आय और आयु में वृद्धि होती है। ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी पर कई मंगलकारी शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। आइए, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

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शुभ मुहूर्त

वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 11 मई को देर रात 02 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और 12 मई को देर रात 02 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन चन्द्रास्त रात 10 बजकर 45 मिनट पर होगा। साधक अपनी सुविधा अनुसार भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।

शुभ योग

ज्योतिषियों की मानें तो विनायक चतुर्थी पर सर्वप्रथम सुकर्मा योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का संयोग सुबह 10 बजकर 03 मिनट तक है। इसके बाद धृति योग का निर्माण हो रहा है। धृति योग सुबह 10 बजकर 04 मिनट से लेकर 12 मई को सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक है। इस योग में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। ज्योतिष सुकर्मा और धृति योग को मंगलकारी मानते हैं। इस दिन भद्रावास योग भी बन रहा है। भद्रावास योग दोपहर 02 बजकर 21 मिनट से लेकर देर रात 02 बजकर 03 मिनट तक है।

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डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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