दिल्ली को आज भी नहीं मिला नया मेयर, हंगामे के बाद सदन की तीसरी बैठक भी स्थगित; सुप्रीम कोर्ट जाएगी AAP
Delhi MCD Mayor Election Live Updates दिल्ली के मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्यों को चुनने की प्रक्रिया सोमवार को भी पूरी नहीं हो सकी। एक बार फिर सदन की तीसरी बैठक भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। आप और भाजपा के बीच झड़पों के चलते पहले भी दो प्रयास फेल हो चुके हैं। ऐसे में आज दिल्ली को नया मेयर मिलने की उम्मीद जताई जा रही थी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi MCD Mayor Election Live Updates : दिल्ली के मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव कराने को लेकर आज सोमवार को हुई सदन की तीसरी बैठक भी बेनतीजा रही। एक बार फिर हंगामे के चलते सदन की बैठक स्थगित हो गई। इससे पहले बैठक शुरू हुई तो पीठासीन अधिकारी ने एल्डरमैन को वोट डालने का अधिकार देने का आदेश दिया। साथ ही तीनों चुनाव (मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्य) एक साथ कराने के आदेश दिए। जिस पर आम आदमी पार्टी ने लिखित व मौखिक तौर पर विरोध दर्ज कराया।
इसके बाद भाजपा पार्षद शिखा राय ने फिर आप विधायक संजीव झा और अखिलेश त्रिपाठी को कोर्ट से सजा होने की बात कहकर सदन से बाहर करने की मांग की। जिसके बाद भाजपा पार्षद ने हंगामा किया तो सदन की बैठक स्थगित कर दी गई। अब मेयर चुनाव कराने को लेकर आम आदमी पार्टी आज ही सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
#WATCH दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में मेयर के चुनाव के दौरान एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर में हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के कारण सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। pic.twitter.com/blBgR8DJGN — ANI_HindiNews (@AHindinews) February 6, 2023
गौरतलब है कि मेयर चुनाव कराने की आज तीसरी कोशिश फेल हुई है। सबसे पहले छह जनवरी को हुई बैठक में भी आम आदमी पार्टी (आप) ने मनोनीत सदस्यों को सबसे पहले शपथ दिलाने पर विरोध जताया था। हंगामा इस कदर बढ़ गया था कि बैठक स्थगित हो गई थी। इसके बाद 24 जनवरी को हुई बैठक में भाजपा और आप पार्षदों में नोक-झोंक के कारण बैठक स्थगित हो गई थी।
चौथे तल पर रखी गई थी सदन की बैठक
सदन की तीसरी बैठक आज चौथे तल पर रखी गई थी। हंगामे और किसी भी तरह की स्थिति पर नियंत्रण के लिए दिल्ली पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल भी तैनात किए गए थे। वहीं, सदन के भीतर भी पर्याप्त संख्या में सिविल डिफेंस वालंटियर्स और कमांडो तैनात थे।
दिल्ली को मेयर नहीं मिलने दे रही भाजपा- सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा गुंडागर्दी से सदन चलाना चाहती है। सबने देखा आम आदमी पार्टी के पार्षद चुप चाप बैठे रहे और बिना किसी मुद्दे के भाजपा के पार्षद हंगामा करते रहे। आज दो महीने हो गए, भाजपा दिल्ली को मेयर नहीं मिलने दे रही है। जनता द्वारा आप को बहुमत देने के बाद भी भाजपा अफसरों के जरिए एमसीडी चला रही है।
मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाएगी AAP
सदन की तीसरी बैठक स्थगित होने के बाद मेयर चुनाव कराने को लेकर आम आदमी पार्टी आज सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी। इस संबंध में आम आदमी पार्टी की नेत्री आतिशी ने कहा कि पार्टी आज ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी ताकि मेयर का चुनाव "अदालत की निगरानी में" हो सके।
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि हमारा एक-एक पार्षद प्रक्रिया में भाग लेगा। सदन की बैठक 11 बजे की बजाय 11.45 पर शुरू हुई। इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने एल्डरमैन को वोट डलवाने की बात कही। कल भी उनके घर जाकर एक पत्र दिया गया था जिसमें एल्डरमैन से वोट न कराने की मांग की गई थी। मेयर और डिप्टी मेयर और स्थायी समिति का चुनाव एक साथ कराने का आदेश दिया वह भी गलत था। भाजपा पार्षदों ने उकसाने की कोशिश की। पहले की साजिश के तहत सदन को स्थगित किया गया।
आज चुनाव होकर रहेगा - भाजपा
सदन में मेयर चुनाव के लिए आयोजित तीसरी बैठक के दौरान भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हमारे पार्षदों को खरीदने की कोशिश की है। भाजपा पार्षदों ने कहा कि आज चुनाव होकर रहेगा। दिल्ली की जनता को मेयर चाहिए।
हमारे पार्षदों को दिया जा रहा प्रलोभन- भाजपा
मेयर चुनाव से पहले दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आम आमदी पार्टी की ओर से हमारे पार्षदों को प्रलोभन दिया जा रहा है। असलियत यह है कि आम आदमी पार्टी को नगर निगम में अपने नेताओं पर भरोसा नहीं है, उनको अपने नेतृत्व पर भरोसा नहीं है और वह छटपटाहट साफ दिखाई दे रही है।
सचदेवा ने कहा, "मनीष सिसोदिया, आपकी कहानी साफ है। दिल्ली वाले आपकी बेचैनी समझ रहे हैं। आम आदमी पार्टी को अपने बहुमत पर विश्वास नहीं है। आप ने अपने पार्षदों को निर्देश दिया है कि किसी छोटी बात पर हंगामा कर सदन स्थगित करवाना है। अगर आज सदन स्थगित हुआ तो उसके लिए अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार होंगे।
असलियत यह है कि आम आदमी पार्टी को नगर निगम में अपने नेताओं पर भरोसा नहीं है, उनको अपने नेतृत्व पर भरोसा नहीं है और वह छटपटाहट साफ दिखाई दे रही है-श्री @Virend_Sachdeva
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) February 6, 2023
हास्यास्पद बयान दे रही भाजपा- AAP
आम आदमी पार्टी (आप) नेता आतिशी और दुर्गेश पाठक ने प्रेस वार्ता कर कहा कि महापौर चुनाव को लेकर भाजपा हास्यास्पद बयान दे रही है। आतिशी ने कहा कि भाजपा का यह कहना कि आम आदमी पार्टी भाजपा के विधायक खरीदने की कोशिश कर रही है, यह सुनकर हंसी आ रही है, उन्होंने कहा कि यह काम वे लोग करते हैं, हम लोग नहीं करते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पार्षद आज भी निगम सदन में शांति से बैठेंगे।
सदन में पहुंचने लगे AAP के पार्षद
निगम सदन में मेयर चुनाव को लेकर होने वाली बैठक के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षद पहुंच रहे हैं। वहीं, सुरक्षा को लेकर मौके पर मौजूद सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स ने पीठासीन अधिकारी के आसन पर घेरा बना लिया है।
अब तक निगम में क्या क्या हुआ
- 4 दिसंबर, 2022 दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों पर आम चुनाव हुआ
- 7 दिसंबर को परिणाम में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला।
- आम आदमी पार्टी को 134, भाजपा को 104 और तीन निर्दलीयों के साथ कांग्रेस को नौ सीटें मिली।
- छह जनवरी 2023 को दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक हुई जो कि पीठासीन अधिकारी की शपथ के बाद आप-भाजपा पार्षदों के हंगामे के चलते स्थगित हो गई।
- 24 जनवरी को फिर से बैठक हुई। इसमें पार्षदों का शपथग्रहण हुआ, लेकिन फिर हंगामे के चलते बैठक स्थगित हो गई।
- 26 जनवरी को आप ने महापौर चुनाव कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
- 30 जनवरी को दिल्ली नगर निगम महापौर चुनाव के लिए निगम ने 10 फरवरी का प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेजा। दिल्ली सरकार की ओर से 3, 4 और छह फरवरी का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा गया।
- एक फरवरी को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने महापौर चुनाव के लिए छह फरवरी की तारीख निर्धारित की-तीन फरवरी सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका को आम आदमी पार्टी ने वापस लिया।
BJP ने अपने पार्षदों को दिया हंगामा करने का निर्देश- सिसोदिया
मेयर चुनाव से पहले दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बड़ा दावा करते हुए भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कहा, "बीजेपी ने अपने पार्षदों को आज फिर एमसीडी बैठक में मेयर चुनाव न होने देने के निर्देश दिए हैं। बीजेपी पार्षदों को कहा गया है सदन शुरू होते ही किसी बहाने से हंगामा कर देना। पीठासीन अधिकारी पिछली बार की तरह फिर अनिश्चितकाल के लिए सदन स्थगित कर देंगी। उपराज्यपाल फिर से 20 दिन बाद की तारीख देंगे।"
बीजेपी ने अपने पार्षदों को आज फिर MCD बैठक में मेयर चुनाव न होने देने के निर्देश दिए हैं
— Manish Sisodia (@msisodia) February 6, 2023
बीजेपी पार्षदों को कहा गया है सदन शुरू होते ही किसी बहाने से हंगामा कर देना.पीठासीन अधिकारी पिछली बार की तरह फिर अनिश्चितकाल के लिए सदन स्थगित कर देंगी
LG फिर से 20 दिन बाद की तारीख़ देंगे
एल्डमैन डाल सकते हैं महापौर चुनाव में वोट
आम आदमी पार्टी (आप) के 135 पार्षदों ने अपने हस्ताक्षर करके पीठासीन अधिकारी को पत्र लिखकर महापौर, उपमहापौर और स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव में मनोनीत सदस्यों (एल्डरमैन) के वोट करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। आप पार्षदों ने अपने पत्र में कहा है कि एल्डरमैन संविधान और निगम कानून के तहत वोट नहीं कर सकते हैं। आप पार्षदों ने भाजपा की हरकतों के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराया है।
AAP की रणनीति शांति से चुनाव कराने की होगी
आप की रणनीति फिलहाल शांतिपूर्ण तरीके से महापौर का चुनाव कराने की है। छह जनवरी को हुई बैठक में आप पार्षदों द्वारा की गई गलती के बाद से पार्टी अब पूरी तरह से महापौर का चुनाव कराने के पक्ष में है। 24 जनवरी की बैठक में भी आप के पार्षदों को इस तरह से बैठाया गया था कि वे हंगामा न कर पाएं। साथ ही हंगामे के लिए किसी तरह के उकसावे में न आ सकें।
इसलिए आप पार्षदों के बैठने के स्थान पर पार्टी ने दोनों ओर वरिष्ठ पार्षदों को बैठाया था। फिर भी कुछ पार्षदों से भाजपा पार्षदों की झड़प हुई और बैठक स्थगित कर दी गई थी। आप ने इस बार भी शांति से महापौर चुनाव कराने की रणनीति बनाई है।
सांसद और विधायकों को नहीं होती वोटिंग की अनुमति
पूर्व में महापौर चुनाव में मनोनीत सदस्यों ने वोटिंग में कभी हिस्सा नहीं लिया है। निगम के पूर्व मुख्य विधि अधिकारी अनिल कुमार गुप्ता भी मनोनीत सदस्यों को सदन में वोटिंग का अधिकार न होने की बात कहते रहे हैं। वैसे, महापौर चुनाव संपन्न होने और नतीजे घोषित होने के बाद पीठासीन अधिकारी के स्थान पर महापौर ही बैठक की अध्यक्षता करेंगी। इसके बाद उपमहापौर का चुनाव कराया जाएगा। स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव में केवल निर्वाचित पार्षद ही वोट डालते हैं। उसमें सांसद और विधायकों को वोटिंग की अनुमति नहीं होती है।
मनोनीत सदस्यों से कराई जा सकती है वोटिंग
आप को आशंका है कि महापौर और उपमहापौर के चुनाव में मनोनीत सदस्यों से वोटिंग कराई जा सकती है। दिल्ली नगर निगम की सदन की बैठक के लिए जारी कार्यसूची के अनुसार सबसे पहले पीठासीन अधिकारी महापौर का चुनाव कराएंगी, जिसमें पार्षदों से लेकर, राज्यसभा और लोकसभा के सांसद के साथ 14 मनोनीत विधायक वोट डालेंगे।
दो कोशिशें हो चुकी हैं बेकार
सबसे पहले छह जनवरी को हुई बैठक में भी आम आदमी पार्टी (आप) ने मनोनीत सदस्यों को सबसे पहले शपथ दिलाने पर विरोध जताया था। हंगामा इस कदर बढ़ गया था कि बैठक स्थगित हो गई थी। इसके बाद 24 जनवरी को हुई बैठक में भाजपा और आप पार्षदों में नोक-झोंक के कारण बैठक स्थगित हो गई थी।
अलग-अलग बूथों में होगा चुनाव
निगम ने मतदान के लिए दो मतदान बूथों का निर्माण किया है। महापौर के चुनाव के लिए सफेद रंग की मत पेटी, उपमहापौर के चुनाव के लिए हरे रंग की मत पेटी एवं स्थायी समिति सदस्यों के चुनाव के लिए गुलाबी रंग की मत पेटी निर्धारित की गई हैं।