Move to Jagran APP

Aaj ka Panchang 02 October 2023: विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी आज, पंचांग से जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

Aaj ka Panchang 02 October 2023 पंचांग के अनुसार आज आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। आज के दिन देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश के विघ्नहर्ता स्वरूप की पूजा की जाती है। साथ ही आज कई अत्यंत शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है जिसमें पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। आज हर्षण योग समेत कई योग बन रहे हैं।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 02 Oct 2023 06:00 AM (IST)
Hero Image
Aaj ka Panchang 02 October 2023: विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी आज, पंचांग से जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Aaj ka Panchang 02 October 2023: दैनिक पंचांग के इस भाग में आज हम बात करेंगे आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि अर्थात 02 अक्टूबर 2023, सोमवार के विषय में। आज विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास रखा जाता है। आज, कई अत्यंत शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है, जिसमें पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। आज हर्षण, बव करण योग बन रहे हैं। आइए दैनिक पंचांग से जानते हैं, पूजा के लिए शुभ समय, राहुकाल का समय।

आज का पंचांग ( Panchang 02 October 2023)

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि- 03 अक्टूबर, सुबह 06 बजकर 11 मिनट तक

भरणी नक्षत्र- 02 अक्टूबर शाम 06 बजकर 24 मिनट तक

कृतिका करण- 03 अक्टूबर को संध्याकाल 06 बजकर 04 मिनट तक

शुभ समय

ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 37 मिनट से 05 बजकर 26 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से 02 बजकर 56 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 06 मिनट से 06 बजकर 31 मिनट तक

अभिजीत मुहूर्त - 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 47 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक

अमृत काल - दोपहर 01 बजकर 49 मिनट से 15 बजकर 21 मिनट तक

अशुभ समय

राहुकाल - दोपहर 07 बजकर 43 मिनट से 09 बजकर 12 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से 03 बजकर 08 मिनट तक

दिशा शूल - पूर्व

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 06 मिनट पर

चंद्रोदय और चन्द्रास्त का समय

चंद्रोदय- शाम 08 बजकर 05 मिनट से

चन्द्रास्त- सुबह 09 बजकर 10 मिनट तक (03 अक्टूबर)

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद

चन्द्रबल

मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भ

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।