Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Palmistry: धनवान बनाती है हाथ की ये रेखा, नहीं करना पड़ता पैसों तंगी का सामना

हस्तरेखा शास्त्र ज्योतिष शास्त्र का ही एक महत्वपूर्ण भाग है। इसके अनुसार व्यक्ति की हाथ की रेखाओं का अध्ययन करके उसके भविष्य के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। हाथ में एक धन रेखा भी होती है जिसे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि धन रेखा कैसे बनती है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 14 May 2024 06:29 PM (IST)
Hero Image
Palmistry: धनवान बनाती है हाथ की ये रेखा।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hast Rekha Shastra: हस्तरेखा शासन माना गया कि जिस व्यक्ति के हाथ में धर की रेखा होती है वह जीवन में खूब पैसा कमाता है। धन की रेखा हर किसी के हाथ में नहीं होती। यह कुछ ही भाग्यशाली लोगों के हाथ में बनती है। चलिए जानते हैं इस विषय में।

कहां होती है धन की रेखा

हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, धन की रेखा कनिष्ठा उंगली यानी हाथ की सबसे छोटी उंगली के नीचे होती है। धन की रेखा कनिष्ठा उंगली के नीचे सीधी खड़ी रेखा होती है।

यह लोग होते हैं भाग्यशाली

हस्तरेखा शास्त्र में माना गया है, कि जिस व्यक्ति के हाथ में धन की रेखा स्पष्ट और गहरी होती है वह लोग हमेशा समझदारी से पैसा निवेश करते हैं, जिसका लाभ उन्हें भविष्य में देखने को मिलता है। वहीं हस्तरेखा शास्त्र में यह माना गया है कि जिन लोगों के हाथ में धन की रेखा सीधे चंद्र पर्वत तक जाती है, ऐसे लोग भी भाग्यशाली माने जाते हैं और जीवन में खूब धन कमाते हैं।

इन लोगों को होता है नुकसान

जिन लोगों के हाथ में धन की रेखा सीधी न होकर तेड़ी-मेड़ी या लहरदार होती है, ऐसे लोगों को धन कमाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वहीं जिन लोगों के हाथ में टूटी-फूटी धन की रेखा पाई जाती है, उन्हें भी धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

यह भी पढ़ें - Shani Dev: शनि की महादशा में न करें ये काम, वरना बुरे हो सकते हैं परिणाम

ऐसे लोग भी बनते हैं धनवान

किसी किसी के हाथ में धन की रेखा स्पष्ट नहीं दिखाई देती। इस विषय में हस्तरेखा शास्त्र कहता है कि जिन लोगों के हाथ में जीवन रेखा सही गोलाई में होती है और मस्तिष्क रेखा दो भागों में बटकर त्रिकोण का चिन्ह बनती है। ऐसे लोग भी धनवान बनते हैं। वहीं जिन लोगों के दोनों हाथ मिलाने पर अर्धचंद्र बनता है, ऐसे लोगों को भी पैसों की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।