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Numerology: ये है मां लक्ष्मी का प्रिय मूलांक, नहीं होती धन-दौलत की कोई कमी

अंक ज्योतिष ज्योतिष शास्त्र का ही एक भाग माना गया है जिसमें व्यक्ति के मूलांक या भाग्यांक की सहायता से उनके जीवन के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि वह कौन-सा मूलांक है जिस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और उसे धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Fri, 05 Jul 2024 11:08 AM (IST)
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Numerology मां लक्ष्मी का प्रिय मूलांक कौन-सा है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अंक ज्योतिष शास्त्र में 01 से 09 तक मूलांक माने गए हैं, जो व्यक्ति के जन्म की तारीख पर निर्धारित करते हैं। उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति की जन्म किसी भी महीने की 22 तारीख को हुआ है, तो उसका मूलांक 2+2 यानी 04 होगा। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि व्यक्ति का मूलांक के आधार पर उसकी पर्सनालिटी के बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है।

ये है भाग्यशाली मूलांक

जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 06, 15 या फिर 24 तारीख को हुआ होता है, उनका मूलांक 06 माना जाता है। इस मूलांक के स्वामी शुक्र ग्रह हैं जो प्रेम, धन, सौंदर्य का कारक माने गए हैं। साथ ही यह मूलांक मां लक्ष्मी का भी प्रिय माना जाता है, ऐसे में इन जातकों को धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।  

कैसा होता है स्वभाव

अंक ज्योतिष की मान्यताओं के अनुसार, मूलांक या भाग्यांक 6 वाले लोग  खुशमिजाज और मिलनसार होते हैं। लोग इस मूलांक के लोगों की ओर आकर्षित होते हैं। इस मूलांक के जातक दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इसलिए इनके खूब सारे दोस्त भी बनते हैं। साथ ही मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से इनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी बनी रहती है।

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यह मूलांक भी माना गया है प्रिय

मूलांक 06 की तरह ही मूलांक एक भी मां लक्ष्मी का प्रिय माना गया है। जिन लोगों का जन्म किसी भी महीने की 01, 10, 19 या फिर 28 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 01 होता है। इस मूलांक के स्वामी सूर्य माने गए हैं, जो सफलता, सेहत, आत्मविश्वास प्रदान करते हैं। साथ ही जातकों पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।