इन 5 फीचर्स की गाड़ियों में नहीं है खास जरूरत, पैसे बचाने हैं तो जान लीजिए ये बात
सनरूफ की पॉपुलरिटी आसमान छू रही है लेकिन ये फीचर भारत में खास काम का नहीं है। इसे मूल रूप से यूरोप जैसी जगहों में बाहर के मौसम का अनुभव करने के लिए डिजाइन किया गया था। लग्जरी कारों में ऑटोमैटिक हेडलैंप दिए जाते हैं। ऑटो हेडलैम्प्स में एक लाइट सेंसर लगा होता है जो अंधेरे का पता चलने पर हेडलाइट्स को चालू कर देता है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन कार मार्केट काफी एडवांस हो गई है। लगातार एडवांस हे रही तकनीक के साथ कारें में नए फीचर्स जोड़े जा रहे हैं। हालांकि, कुछ ऐसे बी फीचर्स हैं, जिनका कोई विशेष उपयोग नहीं होता है और इनको लेकर ग्राहकों से अच्छी-खासी रकम वसूल ली जाती है। अपने इस लेख में हम ऐसे ही 5 फीचर्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
Sunroof
सनरूफ की पॉपुलरिटी आसमान छू रही है, लेकिन ये फीचर भारत में खास काम का नहीं है। इसे मूल रूप से यूरोप जैसी जगहों में बाहर के मौसम का अनुभव करने के लिए डिजाइन किया गया था। यहां धूप बहुत कम ही देखने को मिलती है। वहीं, भारत में इसका दुरुपयोग होते हुए देखा जाता है।
Automatic Headlamp
लग्जरी कारों में ऑटोमैटिक हेडलैंप दिए जाते हैं। ऑटो हेडलैम्प्स में एक लाइट सेंसर लगा होता है, जो अंधेरे का पता चलने पर हेडलाइट्स को चालू कर देता है। इस काम को आप मैनुअली करके पैसे बचा सकते हैं।Automatic Wiper
ऑटोमैटिक वाइपर विंडशील्ड पर पानी का पता लगा सकते हैं, रैन सेंसिग वाइपर के नाम से भी जाना जाता है। ऑटो हेडलैम्प्स की तरह ये पूरी तरह से ओवररेटेड है, क्योंकि इस काम को मैनुअली किया जा सकता है।
Gesture Control
Gesture Control फीचर ड्राइवर का ध्यान भटका सकता है। वहीं, नॉब या अन्य कंट्रोल्स का उपयोग करके वॉल्यूम लेवल जैसी सेटिंग्स को कंट्रोल किया जा सकता है।Voice Command
कारों में इस सुविधा को अभी भी सुधार की आवश्यकता है। अधिकांश समय वॉयस कमांड का उपयोग करते समय सॉफ्टवेयर कमांड को पहचानने में विफल रहता है।
यह भी पढ़ें- टेस्टिंग के दौरान कच्ची सड़क पर फंस गई Mahindra Thar 5-door, वीडियो वायरल