Car driving Tips: ढलान पर इंजन बंद कर चलाते हैं कार तो हो जाएं सावधान, इंजन फेल का बढ़ जाता है खतरा
मैदानी इलाकों में गाड़ी चलाने वाले लोग जब पहाड़ों पर गाड़ी चलाते हैं तो उनको कई तरह की परेशानी सामने आती हैं। ऐसे ही अगर कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी का इंजन बंद कर ढलान से उतारता है तो दुर्घटना होने के साथ ही कई तरह के नुकसान का खतरा बढ़ जाता है। ढलान पर इंजन बंद कर गाड़ी चलाने से किस तरह के खतरे आ सकते हैं। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। मैदानी इलाकों में कार चलाने से ज्यादा मुश्किल पहाड़ों पर गाड़ी चलाने में होती है। ऊंचाई से गाड़ी नीचे की ओर लाते समय काफी सावधानी भी बरतनी पड़ती है। ऐसा न करने पर हादसा होने का खतरा भी बढ़ जाता है। अगर आप भी पहाड़ों पर गाड़ी को सुरक्षित तरीके से चलाना चाहते हैं तो इंजन बंद कर गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। ऐसा करने से किस तरह के खतरों की संभावना बढ़ जाती है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
ईंधन बचाने के लिए इंजन करते हैं बंद
अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जो ढलान पर गाड़ी को उतारते समय ईंधन बचाने के लिए इंजन बंद कर देते हैं तो आप थोड़ा सा ईंधन बचाने के लिए खुद को मुसीबत में तो डालते ही हैं साथ ही गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इंजन बंद कर गाड़ी को ढलान से उतारने के कारण कई तरह की परेशानियां कार में आने का खतरा बढ़ जाता है।
यह भी पढ़ें- Car Modification Tips: 5 आसान तरीकों से करवा सकते हैं कार मॉडिफाई, नहीं कटेगा कोई चालान
ब्रेक फेल होने का खतरा
अगर इंजन बंद कर गाड़ी को ढलान पर उतारा जाता है तो इससे ब्रेक फेल होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। कार का इंजन बंद होने के कारण ब्रेक सही तरह से काम नहीं करते और ब्रेक पैडल काफी ज्यादा हार्ड हो जाता है। ऐसे में अगर ब्रेक लगाने की कोशिश की जाती है तो ब्रेक ओवरहीट हो जाते हैं और कुछ स्थितियों में ब्रेक नहीं लग पाते और ब्रेक फेल की स्थिति बन जाती है।
स्टेयरिंग भी नहीं करता काम
कार के बंद होने के कारण ढलान पर अगर गाड़ी को मोड़ने की जरुरत पड़ती है तो ऐसी स्थिति में स्टेयरिंग भी काम नहीं कर पाता। इंजन बंद होने के तुरंत बाद स्टेयरिंग भी हार्ड हो जाता है और ऐसी स्थिति में गाड़ी को कंट्रोल में रखना भी काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
इंजन में परेशानी
इंजन बंद करने के बाद ढलान पर गाड़ी उतारने के कारण इंजन को भी बड़ा नुकसान होता है। इंजन बंद होने के बाद कार का फ्यूल सिस्टम और एबीएस भी काम नहीं करते और तब गाड़ी को रोकने में काफी परेशानी आती है साथ ही फ्यूल पंप और लुबिक्रेशन सिस्टम भी पूरी तरह से बंद हो जाते हैं। अगर लगातार ऐसा किया जाता है तो इससे इंजन को नुकसान होता है।
यह भी पढ़ें- Tata Curvv EV Vs Mahindra XUV 400 EV: बैटरी, मोटर और कीमत के मामले में किसे खरीदना होगा बेहतर