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Engine Oil Explainer: धोखा खाने से बचें! जानिए कितने प्रकार के होते हैं इंजन ऑयल, फायदे और नुकसान

गाड़ी में इंजन ऑयल चेंज कराते समय वाहन मालिक को अधिक सतर्क रहना चाहिए क्योंकि इसका सीधा असर गाड़ी की इंजन पर पड़ता है। इसलिए आपको इस खबर के माध्यम से बताने जा रहे हैं इंजन ऑयल के प्रकार के बारे में..

By Atul YadavEdited By: Updated: Tue, 12 Apr 2022 10:52 AM (IST)
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कोई नहीं दे पाएगा धोखा, जानिए कितने प्रकार के होते हैं इंजन ऑयल

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अक्सर देखा गया है कि इंजन ऑयल डलवाते समय वाहन मालिक इस बात पर ज्यादा ध्यान देते हैं कि कौन से ब्रांड का इंजन ऑयल उनके गाड़ी डाला जा रहा है। वहीं कई बार वाहन मालिक गाड़ी की सर्विसिंग करवाने के लिए लोकल मकैनिक का सहारा लेते हैं, जहां लोकल मकैनिक पैसों की बचत करने के लिए लोकल इंजन ऑयल का प्रयोग करता है, जिससे इसका सीधा असर आपके गाड़ी के इंजन पर पड़ता है। अगली बार सर्विसिंग कराते समय आपको मकैनिक धोखा न दे इसलिए इस खबर को जरूर पढ़ें, जहां आपको बताने जा रहे हैं कितने प्रकार के इंजन ऑयल होते हैं और इसके फायदे, नुकसान।

सिंथेटिक इंजन ऑयल

आधुनिक इंजन ऑयल अब पहले से अधिक रिफाइंड होते हैं, यही कारण है कि सिंथेटिक इंजन ऑयल के फायदे ज्यादा होते हैं। सिंथेटिक इंजन ऑयल अन्य की तुलना में ज्यादा लंबा चलता है, और यह गाढ़ा भी ज्यादा होता है। इसी के चलते यह इंजन में पिस्टन के घर्षण को कम कर देता है, और इसके इस्तेमाल से इंजन की अधिकतम पावर का इस्तेमाल किया जा सकता है।

सेमी-सिंथेटिक इंजन तेल

जैसा आपको पता होगा कि सामान्य मिनरल ऑयल सिंथेटिक इंजन ऑयल की तुलना में काफी सस्ता होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए निर्माताओं ने मिनरल और सिंथेटिक इंजन ऑयल के बीच एक संतुलन बनाने के लिए सेमी-सिंथेटिक को पेश किया। सेमी-सिंथेटिक में 30 फीसद तक सिंथेटिक इंजन तेल के एक मिश्रण का उपयोग किया जाता है। जो लागत कम करने के साथ आपकी जेब पर भी असर नहीं डालता है। आधुनिक इंजन ऑयल अब पहले से अधिक रिफाइंड होते हैं यही कारण है कि सिंथेटिक इंजन ऑयल के फायदे ज्यादा होते हैं। सिंथेटिक इंजन ऑयल अन्य की तुलना में गाढ़ा होता है। इसी के चलते यह इंजन में पिस्टन के घर्षण को कम कर देता है

इंजन ऑयल में प्रयोग होते हैं एडिटिव्स

इंजन ऑयल को प्रभावी बनाने के लिए निर्माता कंपनियां इसमें अलग अलग प्रकार के एडिटिव्स का उपयोग कर रही हैं। इंजन के तेल में एंटी-फोमिंग एजेंट, जिंक, फास्फोरस और कुछ सल्फर माल्यूकल एसिड मिलाए जाते हैं। ये सभी इंजन के हिस्सों के बीच घर्षण और ऑक्सीकरण के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।