Move to Jagran APP

Golden Era of Cars: फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी ने तैयार की AUDI कार, क्या है इसके चार छल्लों का राज

Audi की भारत में कई कारें ब्रिकी के लिए उपलब्ध हैं। कंपनी भारत में अपने कई मॉडल लॉन्च कर चुकी है। लेकिन क्या आप कंपनी के इतिहास के बारे में जानते हैं? चलिए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। (जागरण फोटो)

By Ayushi ChaturvediEdited By: Ayushi ChaturvediUpdated: Sat, 15 Apr 2023 07:50 AM (IST)
Hero Image
GOLDEN ERA OF CARS : फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी ने तैयार की ये कार
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जब भी लग्जरी कारों का नाम आता है तो सुपर लग्जरी वाहन निर्माता कंपनी ऑडी की छल्लों वाली कार सबके दिमाग में सबसे पहले आती है। समय के साथ-साथ कार में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। इसे डिजिटल रूप भी मिला है। लेकिन क्या आप जानते हैं आपकी ये पसंदीदा कार की कंपनी एक समय में 15 लोगों के साथ शुरू हुई थी? आज देखिए, बच्चे-बच्चे की जुबान पर इसका नाम है।

आपको बता दें, ऑडी कुछ सालों से नहीं, बल्कि लगभग 100 से अधिक समय से बिजनेस कर रही है। यहां तक की कंपनी ने फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के दौरान भी काफी काम किया था और कंपनी को युद्धक विमान तक बनाने पड़े थे। आपको इस कंपनी के सफर के बारे में बताते हैं कि आखिर किस तरह से ऑडी ने यह सफलता हासिल की है और किस तरह से इसकी शुरुआत हुई। आपको इसके चार छल्लों का मतलब भी बताते हैं।

कंपनी की कहानी

ऑडी वर्ल्ड वॉर के टाइम युद्धक वाहन बनाती थी। ऑडी ने बाजार में काफी लंबा सफर तय किया है और आज काफी लोगों की पसंद है। कोलोन में अपनी पहली ऑटोमोबाइल कंपनी अगस्त होर्च ने साल 1899 में बनाई थी। बताया जाता है कि उन्होंने सिर्फ 15 श्रमिकों के साथ कंपनी शुरू की थी। यहां पर कंपनी ने पहली कार बनाई थी। इसके बाद साल 1904 में मोटोवेगन वर्के एजी के साथ मिलकर कार बनाई। इसके कुछ ही साल के बाद 1909 में, उन्होंने ज्विकौ में एक नई ऑटोमोबाइल कंपनी खोली, जो 1910 से ऑडिवेर्के एजी, जविकौ नाम से काम कर रही है।

जर्मनी की दूसरी सबसे बड़ी वाहन बनाने वाली कंपनी

कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, बोर्ड से कुछ मतभेद होने के बाद अगस्त होर्च ने कुछ साल बाद 1909 में अलग कंपनी बनाई थी। उनका सरनेम पहले ही ट्रेडमार्क हो चुका था और उसके बाद सरनेम का लैटिन ट्रांसलेट कर नई कंपनी का का नाम रखा गया था। पुरानी कंपनी का नाम ऑडी हो गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साल 1909 में ये नाम बदला गया था। इसके बाद 1910 में ही ऑडी टाइप ए को मार्केट में लॉन्च किया गया था। फिर कंपनी ने विश्व युद्ध में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। अब आते हैं सबसे अहम सवाल पर कि ऑडी के लोगो में लगा चार सर्कल का मतलब क्या है?

कंपनी के लोगो की बात करें तो इन चार रिंग के पीछे भी एक कहानी है। आपस में जुड़ी ये रिंग हर कंपनी के बारे में बताती है। Audi, DKW, Horch और Wanderer एक यूनियन थी, जो जर्मनी की दूसरी सबसे बड़ी वाहन बनाने वाली कंपनी थी। ये चार छल्ले ही कंपनी का ही प्रतीक हैं।

चार छल्लों वाली AUDI

भारत में कब आई ये चार छल्लों वाली AUDI?  भारत में ऑडी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना साल 2007 में की गई थी। ये एक जर्मन वाहन निर्माता कंपनी है, जिसका स्वामित्व फॉक्सवैगन ग्रुप के पास है। आपको बता दें, भारत में ऑडी का हेडक्वार्टर मुंबई, महाराष्ट्र में है।

ऑडी अपनी सभी कारों को औरंगाबाद में स्थापित स्कोडा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में असेंबल करती है। आपको बता दें, भारत में कंपनी ने साल 2004 से अपना कारोबार शुरू किया था। ऑडी इंडिया की लाइन-अप में प्रीमियम सैलून, एसयूवी, कूपे और स्पोर्ट्स कार की रेंज शामिल है।

सेडान, एसयूवी और कूपे शामिल

ऑडी की भारत में कई कारें ब्रिकी के लिए उपलब्ध हैं। कंपनी भारत में अपने कई मॉडल लॉन्च कर चुकी है। जिसमें सेडान, एसयूवी, कूप शामिल हैं। भारत में ऑडी की डीलरशिप का बड़ा नेटवर्क है। देश के 33 अलग-अलग शहरों में स्थित है, जहां कंपनी अपनी सर्विस दे रही है।

तो ये थी ऑडी की कहानी।