सावधान! टूटी विंडशील्ड के साथ ड्राइविंग करना पड़ सकता है महंगा, चलती कार में हो जाएगी ये दिक्कत
जब कार की विंडशील्ड क्रैक हो जाती है तो ऐसी स्थिति में कार के अंदर से विजिबिलिटी भी प्रभावित होती है। खासकर कम रोशनी या खराब मौसम में कार चलाना मुश्किल हो जाता है क्योंकि ऐसे स्थिति में साफ न दिखाई देने की वजह से टकराने का खतरा बढ़ जाता है। मिरर में क्रैक आ जाने के बाद भी ये जुड़ा रहता है।
By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Thu, 26 Oct 2023 04:00 PM (IST)
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। विंडशील्ड कार का सबसे अहम पार्ट होता है और इसका सुरक्षित होना बहुत जरूरी है। अगर आप एक कार ड्राइव करते हैं, तो आपको पता होगा कि इसके आगे वाके शीशे को क्षतिग्रस्त होने से बचाना कितना चुनौतीपूर्ण है। कई बार तेज हवा में कार चलाते समय विंडशील्ड पर कुछ लग जाने से ये टूट जाती है।
इसके अलावा ओलावृष्टि और पार्किंग के दौरान खड़ी गाड़ी में टूट-फूट हो जाने से ये खतरा बढ़ जाता है। अपने इस लेख मे हम जानने वाले हैं कि क्रैक विंडशील्ड के साथ कार ड्राइव करना कितना मुश्किल है और ये कितना जोखिम भरा हो सकता है।
विजिबिलिटी में दिक्कत होती है
जब कार की विंडशील्ड क्रैक हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में कार के अंदर से विजिबिलिटी भी प्रभावित होती है। खासकर कम रोशनी या खराब मौसम में कार चलाना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि ऐसे स्थिति में साफ न दिखाई देने की वजह से टकराने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, शीशे पर आई दरार की वजह से सूरज की रोशनी भी ड्राइवर को परेशानी में डाल सकती है।
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कार के बॉडी स्ट्रक्चर कमजोर होता है
एक पूरी तरह से काम करने वाला विंडशील्ड ग्लास कार की छत को 40% संरचनात्मक मजबूती देता है। लेकिन, कांच में एक दरार इसे कमजोर कर सकती है, जिससे कार के बॉडी स्ट्रक्चर में दिक्कत आ सकती है। ऐसे स्थिति में अगर कोई दुर्घटना होती है, तो कार के अंदर बैठे लोग ज्यादा चोटिल हो जाएंगे।