Petrol और Diesel से क्यों बेहतर होती हैं Electric Cars, जानें पांच कारण
भारत में लगातार इलेक्ट्रिक कारों की मांग बढ़ रही है। बड़े शहरों के साथ ही छोटे शहरों में भी लोग पेट्रोल और डीजल कारों (Petrol Diesel Car) के मुकाबले Electric Cars को तेजी से अपना रहे हैं। अगर आप भी नई कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो पंरपरागत ईंधन वाली कारों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कार क्यों बेहतर होती हैं। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। बाजार में कई तरह की तकनीक वाली कारों को बिक्री के लिए उपलब्ध करवाया जाता है। लेकिन आजकल Electric Cars को काफी पसंद किया जाता है। पेट्रोल और डीजल ईंधन से चलने वाली पंरपरागत कारों (Petrol Diesel Cars) के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारें (EV) किन कारणों से बेहतर विकल्प साबित हो रही हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
नहीं होता प्रदूषण
सामान्य ईंधन से चलने वाली कारों से ज्यादा मात्रा में प्रदूषण होता है। जिस कारण वातावरण को नुकसान पहुंचता है। लेकिन इलेक्ट्रिक कारों के उपयोग से किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होता। जिससे वातावरण को साफ रखने में मदद मिलती है। दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में प्रदूषण काफी बड़ी समस्या है। इलेक्ट्रिक कारें इसे कम करने में मदद करती हैं।
खर्च होता है कम
पेट्रोल और डीजल की कीमतें दुनियाभर में काफी तेजी से बढ़ी हैं। जिससे इस तरह के ईंधन वाली कारों (Petrol Diesel Cars) को चलाना काफी महंगा पड़ता है। लेकिन इलेक्ट्रिक कारों (EVs) को चलाना काफी सस्ता हो जाता है। इनको चार्ज करने में आमतौर पर 15 से 20 यूनिट खर्च होती हैं। अगर एक यूनिट की कीमत 10 रुपये मानी जाए तो इलेक्ट्रिक कार को चार्ज करने में 150 से 200 रुपये खर्च होते हैं, जिसके बाद इनको आसानी से 200 किलोमीटर के आस-पास चलाया जा सकता है।यह भी पढ़ें- दो लाख रुपये की Down payment के बाद New Swift 2024 ZXI को घर लाएं, तो कितनी बनेगी EMI
सर्विस में होती है बचत
पेट्रोल और डीजल कारों को एक निश्चित समय या किलोमीटर के बाद सर्विस के लिए ले जाना होता है। जिसमें इंजन ऑयल, ऑयल फिल्टर के साथ ही कई अन्य तरह के खर्च भी होते हैं। लेकिन इलेक्ट्रिक कार की सर्विस में इस तरह का कोई खर्च नहीं होता है। इसलिए इनकी सर्विस अन्य ईंधन वाली कारों के मुकाबले काफी कम खर्च में हो जाती है।मेंटेनेंस भी है कम
पेट्रोल और डीजल वाली कारों में इंजन होता है। जिसमें कई तरह के पार्ट्स का उपयोग किया जाता है। अगर कोई पार्ट खराब हो जाए तो फिर उसे ठीक करवाने में समय और पैसे दोनों खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन इलेक्ट्रिक कारों में सिर्फ मोटर और बैटरी होती है। इसमें इंजन की तरह कई पार्ट्स नहीं होते। इसलिए इनका रखरखाव भी काफी कम हो जाता है।