लंबी रोड ट्रिप पर नहीं पंक्चर होंगे कार के टायर, बस अपनाएं ये सिंपल टिप्स
ज्यादातर लोग रोड ट्रिप पर जाने से पहले कार की सर्विसिंग करवा लेते हैं लेकिन टायर्स का ध्यान नहीं देते हैं टायर्स में अगर किसी तरह की दिक्कत हो तो आप सही तरह से ड्राइविंग नहीं कर पाते हैं और बीच रास्ते में टायर पंक्चर हो सकता है
By Vineet SinghEdited By: Updated: Thu, 11 Feb 2021 04:56 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। अगर आप अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ रोड ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो सबसे जरूरी होता है कि आपकी कार की अच्छी तरह से सर्विसिंग करवा ली जाए। इससे होता ये है कि आप लोग आराम से लंबा सफर तय कर सकते हैं वो भी बिना बीच में रुके हुए, हालांकि ज्यादातर लोग रोड ट्रिप पर जाने से पहले अपनी कार की सर्विसिंग करवा लेते हैं लेकिन टायर्स का ध्यान नहीं देते हैं, जबकि कार के टायर्स में अगर किसी तरह की दिक्कत हो तो आप सही तरह से ड्राइविंग नहीं कर पाते हैं और बीच रास्ते में टायर पंक्चर हो सकता है या फट सकता है। बीच रास्ते में ऐसी कोई दिक्कत ना आए इसके लिए हम आज आप लोगों के लिए कुछ काम के टिप्स ले कर आए हैं।
नाइट्रोजन फिलिंग है जरूरीअगर आप 100 से 500 किलोमीटर या उससे भी ज्यादा लंबी रोड ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आपको सबसे पहले अपने कार के टायर्स में नॉर्मल कंप्रेस्ड एयर की जगह पर नाइट्रोजन फिलिंग करवा लेनी चाहिए। कार का टायर गर्म होकर फटता नहीं है। ज्यादातर हाइवे और पेट्रोल पम्प्स पर आपको नाइट्रोजन फाइलिंग स्टेशन भी मिल जाते हैं। हालांकि नाइट्रोजन फिलिंग की कीमत थोड़ी ज्यादा होती है लेकिन इससे आपकी रोड ट्रिप काफी ज्यादा आसान और सेफ भी बन जाती है।
ओवर स्पीडिंग से बचेंअगर आपको 500 किलोमीटर या इससे ज्यादा का सफर करना है तो आपको ओवरस्पीडिंग से बचना चाहिए। दरअसल ओवरस्पीडिंग से कार के टायर्स और सड़क के बीच घर्षण काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिसकी वजह से टायर तेजी से गर्म होता है और घिसता भी है। ऐसे में आपको जरूरत पड़ने पर ही स्पीड बढ़ानी चाहिए।
हैवी ब्रेकिंगहैवी ब्रेकिंग भी आपकी कार के टायर्स पर ठीक उसी तरह का असर डालती है जिस तरह से ओवर स्पीडिंग का असर पड़ता है। आपको सिर्फ उसी समय तेजी से बैरक मारना चाहिए जब जरूरत हो, अगर आप बिना वजह के हैवी ब्रेकिंग करते हैं तो इससे टायर जल्दी खराब होकर पंक्चर हो जाएगा।
ओवर लोडिंगकिसी भी रोड ट्रिप पर जाने के दौरान कार की तय क्षमता से ज्यादा का लोड ना ले जाएं। दरअसल ओवरलोडिंग का असर कार के इंजन पर तो पड़ता ही है साथ ही साथ कार के टायर्स भी इससे काफी ज्यादा प्रभावित होते हैं।